पूर्व महंत डॉक्टर कुलपति तिवारी के टेढ़ी नाम आवास पर सुबह 8 बजे माता और बाबा का विधिवत पूजन किया गया। 4 बजे शंकराचार्य चौक से फूलों की डोली में सजे बाबा विश्वनाथ और माता गौरा जब विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में पहुंचे तो भक्तों ने गुलाल की खूब होली खेली। माता जी और बाबा विश्वनाथ की चल मूर्ति को मंदिर प्रांगण के चारों कोनों पर पहले घुमाया गया।
शाम चार बजे इन्होंने अपने भक्तों को दर्शन दिया। इस दौरान मंदिर प्रांगण में हर तरफ हर हर महादेव का स्वर ही गूंज रहा था। भक्तों ने बाबा के साथ खूब गुलाल खेला,और माता गौरा के साथ भक्तों को आशीर्वाद भी दिया।