ईरान अमेरिका से बातचीत करने के पक्ष में नहीं
ईरान अमेरिका से किसी भी प्रकार की बातचीत करने के पक्ष में नहीं है। इसके अलावा, ईरान ने ट्रंप के “अधिकतम दबाव” अभियान को पूरी तरह से नकारा और इसे अपने खिलाफ एक तरह का आर्थिक युद्ध माना।इस प्रकार, ईरान ने अमेरिका के परमाणु समझौते के प्रस्ताव को पूरी तरह से खारिज कर दिया है और बातचीत के लिए किसी भी प्रकार की शर्तें स्वीकार नहीं की हैं। बहरहाल ईरान ने अमेरिका की धमकियों और दबाव के बावजूद बातचीत करने से इनकार कर दिया है और दोनों देशों के बीच तनाव जारी है।
ईरान के पास परमाणु हथियार
ईरान के पास परमाणु हथियार होने का कोई ठोस प्रमाण नहीं है। हालांकि, ईरान ने हमेशा यह कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम हथियार बनाने के लिए नहीं, शांति और ऊर्जा उत्पादन के लिए है । ध्यान रहे कि ईरान ने 2015 में हुए जॉइंट कॉम्प्रिहेन्सिव प्लान ऑफ एक्शन (JCPOA) या ईरान परमाणु समझौते के तहत अपना परमाणु कार्यक्रम सीमित किया था, जिसके अंतर्गत ईरान ने अपना यूरेनियम संवर्धन कम किया और कुछ परमाणु सुविधाओं को बंद किया। इसके बदले में ईरान पर लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों में ढील दी गई थी।