किन गारंटियों की मांग कर रहा है रूस?
रूस के डिप्टी विदेश मंत्री एलेक्ज़ेंडर ग्रुश्को (Alexander Grushko) ने रविवार को लोकल मीडिया से बात करते हुए युद्ध और इसमें शांति की स्थापना पर बात की। ग्रुश्को ने बताया कि दोनों देशों के बीच शांति की स्थापना के लिए कुछ गारंटियों की ज़रूरत है। आइए नज़र डालते हैं उन गांरंटियों पर, जिनकी मांग रूस कर रहा है।
⦿ नाटो में यूक्रेन की सदस्यता के प्रस्ताव को खारिज करना
ग्रुश्को ने साफ कर दिया है कि दोनों देशों के बीच युद्ध-विराम लागू करने और शांति की स्थापना करने के लिए नाटो में यूक्रेन की सदस्यता के प्रस्ताव को खारिज करना ज़रूरी है। युद्ध शुरू होने की वजह ही यूक्रेन का नाटो की सदयस्ता की मांग उठाना था और रूस शुरू से ही इसके खिलाफ है।
⦿ यूक्रेन रहे तटस्थ
ग्रुश्को ने बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच शांति की स्थापना के लिए ज़रूरी है कि यूक्रेन तटस्थ रहे।
⦿ गैर-हथियारधारी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति
रूस और यूक्रेन के बीच शांति की स्थापना के लिए ग्रुश्को ने यूक्रेन में गैर-हथियारधारी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति को अहम बताया। रूस के डिप्टी विदेश मंत्री ने साफ कर दिया कि यूक्रेन में जिन पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी, उनके पास किसी भी स्थिति में हथियार नहीं होने चाहिए, क्योंकि इससे मामला सुधरने के जगह और बिगड़ सकता है।