हवाई में अलोहा और भारत में नमस्ते कहते हैं
उन्होंने कहा” मुझे भारत की तरह मेरे पारिवारिक माहौल में समानता नजर आती है, जहाँ हम एक-दूसरे को ‘अलोहा (Aloha)’ कह कर बधाई देते हैं। वहीं यहां भारत में, हम एक-दूसरे को ‘नमस्ते’ कहते हैं, लेकिन इन दो शब्दों का गहरा आध्यात्मिक अर्थ हम सभी के भीतर मौजूद शाश्वत और दिव्य आत्मा को पहचानना है।”
गबार्ड ने भगवद् गीता पर क्या कहा ?
गबार्ड ने भगवद् गीता पर अपने विचार व्यक्त किए थे। उन्होंने भगवद् गीता को जीवन के मार्गदर्शन के रूप में महत्वपूर्ण बताया। गबार्ड ने इसे न केवल एक धार्मिक ग्रंथ, बल्कि एक आध्यात्मिक और दार्शनिक ग्रंथ भी माना, जो मानवता के लिए सार्वभौमिक सत्य और ज्ञान प्रदान करता है। उनके अनुसार, भगवद गीता जीवन के उद्देश्य, कर्म, योग, और आत्म-साक्षात्कार को समझने में मदद करती है और यह व्यक्ति को अपने कर्तव्यों को समझने और उनका पालन करने के लिए प्रेरित करती है।उन्होंने कहा कि भगवद् गीता के उपदेशों से उन्हें जीवन में कठिन परिस्थितियों का सामना करने की प्रेरणा मिली, और यह ग्रंथ उन्हें आंतरिक शांति और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
तुलसी गबार्ड की माँ ने हिंदू धर्म अपनाया था
अमेरिका की मुख्य भूमि पर पैदा हुईं तुलसी गबार्ड की माँ ने हिंदू धर्म अपनाया था और उन्हें उन्हें इसी परंपरा में पाला पोसा था। सुश्री गबार्ड का पहला नाम तुलसी है, जो हिंदू धर्म में एक पवित्र पौधा है। ध्यान रहे कि 43 वर्षीय गबार्ड प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई पहली हिंदू अमेरिकी थीं। उन्होंने हिंदू धर्मग्रंथ भगवद गीता पर कांग्रेस में प्रवेश करने की शपथ ली।
ट्रंप ने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक नियुक्त किया था
गबार्ड ने हवाई स्थित सिनेमैटोग्राफर अब्राहम विलियम्स से हिंदू रीति-रिवाज से विवाह भी किया। पिछले महीने, उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (डीएनआई) नियुक्त किया गया था।