अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में पूरी तरह विफल यूनुस सरकार
अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को नरसंहार का मास्टरमाइंड बताते हुए उन पर हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। शेख हसीना ने कहा कि मौजूदा सरकार अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है। उनके देश में हिंदुओं, बौद्धों और ईसाइयों को निशाना बनाया जा रहा है। कई चर्च और मंदिरों पर हमले किए गए हैं। इस्कॉन पर हमला किया गया। विरोध हुआ तो संतों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि अल्पसंख्यकों पर हमले क्यों किए जा रहे हैं? लोगों को अब न्याय पाने का अधिकार भी नहीं रहा।
बांग्लादेश छोड़कर भारत क्यों गईं
4 महीने पहले देश छोड़ने के बाद अपने पहले भाषण में हसीना ने पांच अगस्त के हालातों के बारे में बताया कि मैं खूनखराबा नहीं चाहती थी। हथियारबंद प्रदर्शनकारियों को गणभवन की ओर भेजा गया। अगर सुरक्षा गार्डों ने गोलियां चलाई होतीं, तो कई लोगों की जान जा सकती थी। मैंने सुरक्षा गार्डों से कह दिया था कि कुछ भी हो जाए गोलियां नहीं चलाएं। ऐसे हालात में मुझे वहां से जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि उनके पिता शेख मुजीबुर्रहमान की तरह ही उनकी और उनकी बहन शेख रेहाना की हत्या की योजना बनाई जा रही है।