हर ई-हब में होटल, फूड कोर्ट, थीम पार्क, रिजॉर्ट, वेयरहाउस, बैंक्वेट हॉल, ऑटोमोबाइल शोरूम और ट्रक यूजर जोन जैसी विभिन्न सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इस तरह भविष्य में यात्रियों के इन एक्सप्रेसवे पर सफर आसान व सुविधाजनक हो जाएगा।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे होगा और बेहतर
योगी सरकार ने आगरा से लखनऊ तक 301 किमी लंबे एक्सप्रेसवे को और बेहतर बनाने की योजना बनाई है। पहले इस एक्सप्रेस वे पर चिंहित छोटी-छोटी खामियों को दूर किया जाएगा और नई सड़क भी बनेगी। इसके लिए यूपीडा ने बड़ी योजना बनाई है। इसके अलावा आगरा एक्सप्रेसवे पर नए एडवान्स्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाने की तैयारी है। फिलहाल, इस परियोजना के लिए 10 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ई वे हब
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने इस परियोजना के लिए 12 स्थानों को चिंहित किया गया है। इनमें से 4 स्थान बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर और 8 स्थान पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर चिंहित किए गए हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर ई वे हब निर्माण व अन्य सुविधाओं पर 144 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ई-वे हब के विकास के लिए 72 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। जेवर एयरपोर्ट जुड़ेगा गंगा एक्सप्रेसवे से
जेवर एयरपोर्ट से गंगा एक्सप्रेसवे वाया बुलंदशहर संपर्क एक्सप्रेसवे प्रवेश नियंत्रित ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के लिए 1000 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। यह एक प्रवेश नियंत्रित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा। अप्रैल तक जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण पूरा होने की संभावना है, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसका शुभारंभ किया जाएगा। सरकार की योजना है कि इस लिंक एक्सप्रेसवे के माध्यम से जेवर को सीधे प्रयागराज और वाराणसी तक जोड़ा जाए, जिससे यात्रा सुगम और तेज हो सके।