पहली बार ऐसी ओपीडी की शुरुआतप्रतिदिन यह ओपीडी सुबह नौ बजे से दोपहर एक और फिर दोपहर दो बजे से पांच बजे तक कार्यरत रहेगी। इससे पहले अस्पताल में इस तरह की कोई विशेष ओपीडी नहीं थी।
कुपोषण से लड़ने में मिलेगी सहायताडॉ. जोशी ने बताया कि गैर संक्रामक रोग (एनसीडी) के मरीजों, कुपोषित बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को आहार संबंधित दिशा निर्देश भी इस ओपीडी में दिए जा सकेंगे। साथ ही मोटापा कम करने के लिए बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) को कम करने के संबंध में उचित मार्गदर्शन दिया जाएगा। यह कुपोषण से लड़ने में भी मददगार होगी।संतुलित जीवनशैली अपनाने में होगी मददगार
इस विशेष सेवा के कारण मरीजों को उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, उन्हें संतुलित जीवनशैली अपनाने में मदद मिलेगी। यह सेवा पूरी तरह से निशुल्क होगी। अस्पताल में ओपीडी कक्ष जी 025 में शुरू की गई है। रविवार को इसका उद्घाटन किया गया। इस मौके पर अस्पताल के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल व अन्य चिकित्सक भी मौजूद रहे।