चिकित्सकों की मानें तो पिछले दो दिन से ही इस तरह मरीजों की संख्या में 20 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। अहमदाबाद के सीनियर फिजिशियन डॉ. प्रवीण गर्ग ने बताया कि 10 फरवरी से पहले तापमान 34 डिग्री के आसपास पहुंच गया और न्यूनतम तापमान भी गिरा, जिससे कई समस्या हो सकती हैं। दिन में गर्मी महसूस होने के कारण कहीं-कहीं पंखे और एसी तक चलने लगे हैं। इसके अलावा लोग ठंडे पानी व अन्य ठंडे पेय पदार्थों का सहारा भी लेने लगे हैं। ऐसे में शरीर का तापमान प्रभावित होने लगता है जिससे, विविध तरह की समस्याएं बढ़ रही हैं। खासकर गले में मौजूद टॉन्सिल में सूजन आने से गले का दर्द होना, खांसी, जुकाम बुखार, बदन में दर्द जैसी वायरल संबंधी शिकायतें बढ़ी हैं। आम दिनों की तुलना में इस तरह के 20 फीसदी अधिक मरीज सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि इन दिनों ऐसे वायरल से पीडि़तों में बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी वाले लोगों को इस तरह की ज्यादा समस्या होती है।
पानी व अन्य तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा करें
डॉ. प्रवीण गर्ग ने सलाह के तौर पर बताया कि लोगों को इन दिनों में पानी व अन्य तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। हालांकि ठंडे पानी व अन्य वस्तुओं से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा गर्म व पौष्टिक भोजन लेने की भी सलाह दी है। साथ ही योग व मेडिटेशन भी किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वायरल होने पर अपने चिकित्सक का परामर्श लेना चाहिए। कई लोग ऐसे भी होते हैं जो सीधे ही मेडिकल स्टोर से दवाई लाने में भरोसा रखते हैं। कई बार ऐसा करना जोखिम भरा हो सकता है। लोगों को चाहिए कि वायरल इन्फेक्शन के उपचार के लिए वे चिकित्सकों का संपर्क करें। क्योंकि स्वाइनफ्लू के भी इसी तरह के लक्षण होते हैं।