परिजनों के मुताबिक, शुक्रवार देर शाम रेखा की तबीयत बिगड़ने लगी। अस्पताल प्रबंधन से कहा कि वह मरीज को रेफर कर दे, मगर वे तैयार न हुए। बोले कि बिना रेफर के अपनी मर्जी से मरीज को ले जाओ। देररात करीब दो बजे रेखा ने दम तोड़ दिया। इसके बाद कोहराम मच गया। अर्जुन खुद को संभाल नहीं पाए। शनिवार सुबह करीब पांच बजे अस्पताल के सामने ही सड़क पार कर रहे थे कि रोडवेज बस उन्हें कुचलते हुए निकल गई।
कुछ ही घंटों में दो मौतों से मचा कोहराम
कुछ घंटों के अंतराल में दंपती की मौत में परिवार में कोहराम मच गया। कुछ देर में अन्य परिजन एकत्रित हो गए, जिन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। कहा कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा लगातार रुपयों की मांग की जा रही थी। बाद में हालत बिगड़ी तो रेफर करने से मना कर दिया। जानकारी पर थाना क्वार्सी पुलिस पहुंच गई और लोगों को समझाकर शांत किया। उधर, अस्पताल प्रबंधन ने रुपये मांगने के आरोपों से इन्कार किया है। परिजनों ने कहा- अर्जुन ने की आत्महत्या
दंपती पर ढाई साल का बेटा व छह साल की बेटी है। परिजनों का कहना है कि पति ने बस के सामने आकर आत्महत्या की है। लेकिन, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। पुलिस ने अर्जुन के शव का पोस्टमार्टम कराया है।