संतोष देवी ने अपने बेटे पंकज यादव की शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। उन्होंने उसे 2008 से 2013 के बीच कर्नाटक से एमबीबीएस की पढ़ाई करवाई। एमबीबीएस पूरा करने के बाद पंकज का चिकित्सक के पद पर सरकारी नौकरी में चयन हो गया। उन्होंने तीन साल तक पहाड़ी सीएचसी में सेवाएं दीं। इसके बाद, 2018 से 2021 तक उन्होंने झालावाड़ मेडिकल कॉलेज से एमडी की डिग्री हासिल की। संतोष देवी ने अपने बेटे को देश के सबसे बड़े शिशु अस्पताल, जेके लोन जयपुर में भी प्रशिक्षण दिलवाया, ताकि वह एक कुशल चिकित्सक बन सके।
संतोष देवी की यह कहानी दर्शाती है कि विपरीत परिस्थितियों में भी ²ढ़ संकल्प और मेहनत से बड़े सपने साकार किए जा सकते हैं। एक गर्भवती विधवा से लेकर एक शिक्षिका और फिर अपने बेटे को डॉक्टर बनाने तक का उनका सफर हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।