वन अधिकारी ने बताया, नालदेश्वर क्षेत्र में उसकी तलाश के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं। सरिस्का में बाघों की आबादी बढ़ने के साथ ही यह संभव है कि वह नए इलाके की तलाश में बाहर निकली हो। हालांकि, एसटीआर में बाघों की आबादी अब बढ़कर 49 हो गई है। लेकिन अशांत और असुरक्षित आवास बड़ी बिल्लियों को दूर भगा रहे हैं।
डेढ़ महीने में बाघ का चौथी बार हमला, कृषि पर्यवेक्षक का पैर पकड़ा, होमगार्ड ने डंडे से छुड़ाया तो पंजा मारकर किया घायल
शिकारी ने ये बात कबूल की
बता दें कि लगभग दो साल पहले एक प्रमुख नर बाघ, एसटी-13, जिसकी आवाजाही नालदेश्वर क्षेत्र में देखी गई थी। यह नर बाघ रहस्यमयी तरीके से अकबरपुर रेंज से गायब हो गया था। साल 2018 में बाघिन एसटी-5 भी उसी रेंज से गायब हो गई थी। बाद में एक शिकारी ने उसे मारने और उसकी खाल बेचने की बात कबूल की थी।