करीब 20 दिन पहले आरोपी महिला को 45 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद फिर से फोन कर रुपयों की मांग करने लगी। इस पर पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। शिवाजी पार्क थाना प्रभारी विनोद सांवरिया ने बताया कि आरोपी महिला के खिलाफ पूर्व में 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
अमीर लोगों को बनाती थी अपना शिकार
सीओ सिटी अंगद शर्मा ने बताया कि आरोपी 38 वर्षीय महिला उज्जैन की रहने वाली है। वह कुछ दिनों से अलवर शहर में अलग-अलग होटल व गेस्ट हाउस में हाई प्रोफाइल बनकर रह रही थी। वह शहर के नामी-गिरामी व अमीर लोगों से पहले लिट मांगती या किसी बहाने संपर्क करती। इसके बाद फोन कॉल व मैसेज के जरिए बातचीत कर उन्हें ब्लैकमेल कर केस दर्ज कराने की धमकी देकर उनसे रुपए ऐंठती थी। आरोपी महिला इससे पहले जयपुर व अजमेर में भी लोगों के साथ इसी तरह से ठगी कर चुकी है। यूं आई पुलिस की गिरफ्त में
पुलिस ने 20 जुलाई को परिवादी को 20 हजार रुपए के नोट देकर आरोपी महिला को रुपए देने के लिए कला महाविद्यालय के पास भेजा। इस दौरान पुलिसकर्मी सादा कपड़ों में आसपास तैनात किए गए। आरोपी महिला परिवादी से रुपए लेकर जैसे ही नोट गिनने लगी, तभी महिला पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी महिला पिछले कुछ दिनों में अरावली विहार, वैशाली नगर व सदर थाना क्षेत्र के करीब 8 से 10 लोगों इसी तरह रुपए ऐंठ चुकी है।
पुलिसकर्मी हुए अव्यवस्था के शिकार
आरोपी महिला के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान शिवाजी पार्क थाना पुलिस को अस्पताल की अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत महिला का स्वास्थ्य परीक्षण महिला चिकित्सक ही कर सकती है। ऐसे में पुलिस ने अस्पताल के डिप्टी कंट्रोलर को आरोपी महिला के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए तहरीर पेश की। इस पर डिप्टी कंट्रोलर ने जनाना अस्पताल के प्रभारी से ओपीडी में तैनात महिला चिकित्सक से आरोपी का मेडिकल कराने को कहा। डेढ़ घंटे तक पुलिसकर्मी आरोपी महिला को लेकर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पीएमओ ऑफिस और जनाना अस्पताल में चक्कर काटते रहे।