अतिक्रमण ने घेर ली सड़कें
दिल्ली हो या फिर तिजारा, बहरोड़ व राजगढ़ मार्ग। सभी पर अतिक्रमण बेशुमार है। स्थाई अतिक्रमण भी काफी है। यह लगातार सड़क की ओर बढ़ता जा रहा है। कोई दुकान व कॉम्प्लेक्स के लिए छज्जा बड़ा कर रहा है तो कोई बीम लगाकर दुकान का आकार बढ़ा रहा है। यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो सड़कों का दम और घुटेगा।अब रोड नहीं हो पाएंगे चौड़े
कॉरिडोर बनाने के लिए यदि अब प्रयास किए जाएंगे तो वह आसानी से धरातल पर नहीं आ पाएंगे। चारों ही मार्गों के किनारे पक्की दुकानों से लेकर आवास बन गए। ऐसे में सड़कों को चौड़ा ही नहीं किया जा सकेगा। 500 मीटर की दूरी तो दूर की बात है। तिजारा व राजगढ़ मार्ग पर जरूर संभावनाएं नजर आती हैं।कॉरिडोर जोन में ये था प्रस्तावित
-ग्रीनबेल्ट बनाना-पानी की लाइन
-यात्रियों के लिए शेड
-सर्विस लेन का विकास
-कॉमर्शियल लेन छोड़ना
-आवासीय दूरी तय करना यह भी पढें: रेल यात्रियों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, राजस्थान में इस रूट पर आज से इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ेगी ट्रेन
इनका कहना है
दिल्ली, बहरोड़ मार्ग पर पक्का निर्माण हो गया। यहां संभावनाएं कॉरिडोर की नहीं है। यहां तो सड़कों को चौड़ा करना ही मुश्किल है। तिजारा व राजगढ़ मार्ग पर संभावनाएं बनी हुई हैं। सर्विस लेन से लेकर कॉमर्शियल लेन के लिए जगह नहीं बची है। अतिक्रमण ने पूरा एरिया घेर लिया है। इस पर रोक जरूरी है।-धर्मेंद्र शर्मा, रिटायर्ड एसई, यूआईटी