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डेढ़ करोड़ से अधिक खर्च, फिर भी नहीं हो रहे कंठ तर, गर्मियों में कैसे बुझेगी प्यास

बोरिंग की जली केबल नहीं बदलने से टंकी खाली, कड़कड़ाती सर्दी के बीच पानी का इंतजाम करने को मजबूर ग्रामीण

अलवरDec 20, 2024 / 04:16 pm

Ramkaran Katariya

थानागाजी. सरकार योजनाएं बनाती है। बजट भी ख़र्च करती हैं, लेकिन नौकरशाही की लापरवाही से आमजन को लाभ नहीं मिलता है। इसकी एक बानगी ब्लॉक थानागाजी के आगर गांव में देखने को मिल रही है। यहां जल जीवन मिशन के तहत डेढ़ करोड़ से अधिक ख़र्च कर बोरिंग व पेयजल की टंकी बनवाने के बावजूद आमजन ठगा सा महसूस कर रहा है। गांव में पेयजल टंकी भरने ले लिए लगाई केबल जले करीब सात दिन हो गए। आरोप है कि जिम्मेदार फोन उठाते नहीं और ठेकेदार के आदमी गांव में पेयजल सप्लाई को लगे है, उनके पास संतुष्टि जनक जवाब नहीं। आगर में एक सप्ताह से पेयजल सप्लाई ठप है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच अल सुबह और शाम को ग्रामीण पेयजल का इंतजाम करने में जुटे रहंते हैं।
लोगों का कहना है कि एक सप्ताह से उक्त पेयजल टंकी को भरने के लिए लगी बोरिंग की केबल जली हुई है, लेकिन बदली नहीं। जलदाय विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते आगर में पेयजल संकट खड़ा हो गया। ग्रामीणों को सर्दी में सुबह-शाम हैंडपम्पों पर घण्टों लाइन में लगकर। इधर-उधर खेतों में बोरिंगों से पीने का पानी जुटाना पड़ रहा है। गांव में पेयजल सप्लाई नियमित नहीं हो पा रही है तो गर्मियों में भला कैसे ग्रामीणों की प्यास बुझा पाएंगे। शक्तिसिंह राजावत, रूपसिंह राजावत, अखिलेश प्रजापत, मनीष, दिलखुश सोमवंशी, विशाल ज्योतिषी ने बताया कि हैंडपम्पों पर घण्टों लाइन में लगकर पीने का पानी जुटाना पड़ रहा है। पेयजल टंकी व बोरिंग का ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। बार- बार पेयजल सप्लाई बाधित हो जाती है। जिम्मेदार अधिकारी पेयजल की व्यवस्था के बजाय आंख मूंद कर बैठे रहते हैं।
यह बोले जिम्मेदार अधिकारी

ग्रामीणों का आरोप गलत है। केवल दो दिन से ही सप्लाई बंद है। जो भी फोन आते हैं, सबको संतुष्ट भी किया है। आगर में बोरिंग की बिजली केबल जली हुई है। दो दिन पहले ही सूचना मिली है। स्टोर में बिजली केबल उपलब्ध नहीं थी। कहीं और से एडजस्ट कर केबल मंगवाई है। गुरुवार सुबह केबल लगवा पेयजल सप्लाई सुचारू करवा दी जाएगी।
लोकेन्द्र सिंह, कनिष्ठ अभियंता, जलदाय विभाग, थानागाजी।

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