लोगों का कहना है कि एक सप्ताह से उक्त पेयजल टंकी को भरने के लिए लगी बोरिंग की केबल जली हुई है, लेकिन बदली नहीं। जलदाय विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते आगर में पेयजल संकट खड़ा हो गया। ग्रामीणों को सर्दी में सुबह-शाम हैंडपम्पों पर घण्टों लाइन में लगकर। इधर-उधर खेतों में बोरिंगों से पीने का पानी जुटाना पड़ रहा है। गांव में पेयजल सप्लाई नियमित नहीं हो पा रही है तो गर्मियों में भला कैसे ग्रामीणों की प्यास बुझा पाएंगे। शक्तिसिंह राजावत, रूपसिंह राजावत, अखिलेश प्रजापत, मनीष, दिलखुश सोमवंशी, विशाल ज्योतिषी ने बताया कि हैंडपम्पों पर घण्टों लाइन में लगकर पीने का पानी जुटाना पड़ रहा है। पेयजल टंकी व बोरिंग का ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। बार- बार पेयजल सप्लाई बाधित हो जाती है। जिम्मेदार अधिकारी पेयजल की व्यवस्था के बजाय आंख मूंद कर बैठे रहते हैं।
यह बोले जिम्मेदार अधिकारी ग्रामीणों का आरोप गलत है। केवल दो दिन से ही सप्लाई बंद है। जो भी फोन आते हैं, सबको संतुष्ट भी किया है। आगर में बोरिंग की बिजली केबल जली हुई है। दो दिन पहले ही सूचना मिली है। स्टोर में बिजली केबल उपलब्ध नहीं थी। कहीं और से एडजस्ट कर केबल मंगवाई है। गुरुवार सुबह केबल लगवा पेयजल सप्लाई सुचारू करवा दी जाएगी।
लोकेन्द्र सिंह, कनिष्ठ अभियंता, जलदाय विभाग, थानागाजी।