प्रशासन विचार कर रहा है कि अलवर से गाजूका तक रोड बनाया जाए ताकि वाहन चालकों को शीतल तक दौड़ नहीं लगानी पड़े। यह कनेक्टिविटी शुरू होते ही अलवर शहर से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे तक की दूरी 25 किमी कम हो जाएगी। अलवर से दिल्ली जाना हो या फिर मुंबई, करीब 40 मिनट का समय बचेगा।
इस तरह मार्ग जोड़ने की तैयारी
पनियाला-बड़ौदामेव हाईवे कोटपूतली, बानसूर, मुंडावर, किशनगढ़बास, अलवर, रामगढ़, लक्ष्मणगढ़ से होता हुआ दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। इस हाईवे की लंबाई 86 किमी होगी।
अलवर के सबसे नजदीक गाजूका एरिया है, वहीं से यह निकलेगा।
शहर के मध्य हिस्से से इसकी दूरी करीब 10 किमी है और हनुमान सर्किल से करीब 8 किमी है। इस हाईवे तक पहुंचने के लिए अभी सीधा कोई मार्ग नहीं है। ऐसे में प्रशासन पीडब्ल्यूडी के जरिए इस मार्ग को जोड़ने का रास्ता तलाश रहा है।
अफसरों का मानना है कि फोरलेन गाजूका तक बनेगा तो ट्रांसपोर्टेशन में काफी मदद मिलेगी। साथ ही लोग दिल्ली-मुंबई जाएंगे तो दूरी कम हो जाएगी।
दूरी ऐसे कम होगी
अब तक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर जाने के लिए लोगों को शीतल तक 35 किमी का सफर करना पड़ता है। यहां तक पहुंचने के लिए वाहन चालकों को करीब एक घंटा लगता है। जैसे ही गाजूका से कनेक्टिवटी जुड़ेगी तो लोगों का 8 से 10 किमी का सफर महज 10 मिनट में पूरा हो जाएगा। एक प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि गाजूका तक मार्ग बनाने पर विचार चल रहा है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को सर्वे के लिए कहा गया है। जल्द ही परिणाम सामने आएंगे।