पुलिस सूत्रों के अनुसार टोलकर्मी फास्टैग मशीन खराब होने का बहाना बनाकर एक मोबाइल मशीन से स्कैन कर वसूली कर रहे थे। जब्त की गई मशीन को जांच के लिए भेज दिया गया है, जिसके बाद अवैध वसूली के पूरे नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है।
लगा रखे है निजी खातों के क्यूआर कोड
मंगलवार को बर्ड़ोद टोल प्लाजा पर मौके पर जाकर देखा तो सामने आया है कि टोल प्लाजा पर जगह-जगह निजी बैंक खातों के क्यूआर कोड चिपकाए गए थे। इन पर फास्टैग काम न करने की स्थिति में वाहन चालकों से पैसे डलवाए जा रहे थे। अलवर -बहरोड़- नारनौल स्टेट हाईवे पर बने तीन टोल प्लाजा से रोजाना पांच से दस हजार वाहन निकलते है।
मशीन जब्त कर एक युवक को पकड़ा था
तीन दिन पूर्व शिकायत मिलने पर बर्ड़ोद टोल प्लाजा पर कार्रवाई करते हुए एक युवक को पकड़ कर उसके कब्जे से एक मशीन जब्त की है। शिकायत मिली थी की यहां पर फास्टे टैग मशीन को खराब बता कर वाहन चालकों से नकद राशि ली जाती थी या फिर अन्य मशीन से स्कैनर कर पैसे काटने या निजी बैंक खाते में ट्रांसफर करवाई जाती है। टोल प्लाजा पर मिली अनियमितता को लेकर सबंधित विभाग को पत्र लिखा जाएगा और जब्त की गई मशीन की जांच करवाई जाएगी। इसके बाद ही पता चल पाएगा की किस स्तर पर और कितनी अवैध वसूली हुई है। रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। कृतिका यादव, डीएसपी बहरोड़
पहले भी हटवाए थे क्यूआर कोड
पूर्व में टोल प्लाजा पर गड़बड़ी को लेकर शिकायत मिली थी। इसके बाद संबंधित ठेकेदार को हटा दिया था और वर्तमान में टोल प्लाजा पर महादेव एंटरप्राइजेज को लेबर कॉन्ट्रैक्ट का कार्य दे रखा था। यदि कर्मचारी व ठेकेदार कोई गड़बड़ी कर रहे है तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। निजी खातों के क्यूआर कोड नहीं लगा सकते है। उनको शिकायत पर पहले भी हटवाया गया। मामले की जांच की जाएगी। मनोज श्रीवास्तव, प्रोजेक्ट डायरेक्टर आरएसआरडीसी स्टेट हाईवे