लोगों का आरोप है कि क्षेत्र मे पीने को पानी नहीं है। लोगों के हलक सूख रहे हैं। निजी स्तर पर टैंकरों से पानी मंगवाने को लोग मजबूर हैं। शुक्रवार को विश्वकर्मा कॉलोनी, लक्ष्मणगढ़ रोड, इंदिरा कॉलोनी, हरिजन बस्ती, खटीक मोहल्ला सहित अन्य स्थानों के महिला-पुरुष इकट्ठे होकर जलदाय विभाग तथा नगर पालिका कार्यालय मालाखेड़ा पर जाकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की सूचना पर पूर्व अध्यक्ष हिम्मतसिंह भी मौके पर पहुंचे, लेकिन मौके पर पालिका के प्रशासक या अधिशासी अधिकारी नहीं आए। जलदाय विभाग के सहायक अभियंता सरकारी कामकाज से बाहर चले गए, जिसके चलते लोगों की समस्या हल नहीं होने पर महिलाओं में नाराजगी व्याप्त हो गई और उन्होंने उग्र प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन की सूचना पर कनिष्ठ अभियंता पहुंची, जहां उनको ग्रामीणों की नाराजगी का सामना करना पड़ा।
एक महीने से पानी के लिए परेशान महिलाओं ने बताया कि घरों पर नल लगा हुआ है। उसका भुगतान भी कर रहे हैं। उसके बावजूद एक महीने से पानी के लिए परेशान हैं। सड़क पर जाम लगते हैं, फिर अधिकारी झूठा आश्वासन देते हैं। पानी आ जाएगा, लेकिन पेयजल संकट बरकरार रहता है, जिससे सब परेशान हैं। समस्या हल करने वाला कोई नहीं। इधर पूर्व अध्यक्ष हिम्मत सिंह का कहना था कि जलदाय विभाग के अधिकारी व अधिशासी अधिकारी को इस बाबत अवगत कराया है। पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है। पालिका क्षेत्र में 15000 से अधिक जनसंख्या हैं। जल स्वच्छता समिति तथा नगर पालिका की ओर से आबादी में पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है, यह चिंता का विषय है।
20 मिनट तक रहा जामआक्रोशित लोगों ने करीब 20 मिनट तक मालाखेड़ा सिकंदरा बाइपास जाम कर दिया। जाम की सूचना पर पहुंचे मालाखेड़ा थानाधिकारी हितेश कुमार शर्मा ने लोगों को समझा कर जाम खुलवाया। जलदाय विभाग की कनिष्ठ अभियंता पायल गुर्जर ने लोगों को बताया कि आगामी दिनों में ट्यूबवेल सही करा पानी की सप्लाई सुचारू करने और नई लाइन बिछाने का आश्वासन दिया। आवागमन बंद होने से बसों में सफर कर रहे यात्री सहित अन्य लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
………… ट्यूबवेलों की मोटर खराब मालाखेड़ा के कई ट्यूबवेलों की मोटर खराब हैं। इस वजह से पानी का संकट बना हुआ है। दो नए बोर कराए गए हैं। शीघ्र ही व्यवस्था सुचारू की जाएगी।हितेश कुमार, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, मालाखेड़ा।