बीच रोड पर रिश्वत लेते पकड़ाया कंप्यूटर ऑपरेटर। फोटो- पत्रिका
MP NEWS: मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ रही है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले का है जहां शहर के सबसे मुख्य चौराहे पर बीच रोड पर लोकायुक्त की टीम ने एक कंप्यूटर ऑपरेटर को रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा।
अशोकनगर के गांधी पार्क चौराहे पर बुधवार को उस वक्त लोगों का हुजूम लग गया जब बीच रोड पर ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने कृषि यांत्रिकी विभाग में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेन्द्र यादव को 10 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। लोकायुक्त टीम ने रंगेहाथों पकड़ने के बाद बीच रोड पर ही रिश्वतखोर कंप्यूटर ऑपरेटर के हाथ धुलवाए तो वो रंग भरे हो गए। कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेन्द्र यादव ने एक किसान से 15 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की थी।
कृषि यांत्रिकी विभाग में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेन्द्र यादव ने गहोरा गांव के रहने वाले किसान हेमंत आर्य से उसके कृषि यंत्रों पर मिलने वाली सरकारी सब्सिडी करीब 7 लाख रूपये पास कराने के एवज में 15 हजार रूपये की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत न देने पर कंप्यूटर ऑपरेटर लगातार किसान को दफ्तर के चक्कर कटा रहा था जिसके बाद किसान हेमंत आर्य ने ग्वालियर लोकायुक्त दफ्तर में शिकायत की थी और उसी शिकायत के आधार पर बुधवार 21 मई को कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेन्द्र यादव को बीच रोड पर 10 हजार रूपये रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा गया।