दरअसल, देश में कई पंचांगकर्ता हैं, जो कैलेंडर तैयार करते हैं। इनकी धारणाओं में थोड़े अंतर से सरस्वती पूजा की तारीख अलग-अलग हो गई है। इनमें काशी क्षेत्र के पंचांगों में बसंत पंचमी की डेट अलग है तो एक प्रचलित ऑनलाइन पंचांग में वसंत पंचमी की डेट अलग है।
इसके अलावा राजस्थान आदि क्षेत्रों के अलग-अलग पंचांग में डेट अलग है। इससे बसंत पंचमी की डेट को लेकर लोगों में दुविधा बन गई है। पुरोहितों से ही आइये जानते हैं कब है बसंत पंचमी की सही तिथि और क्या है मुहूर्त
कब मनाई जाती है बसंत पंचमी (Kab Hai Basant Panchami)
दरअसल, माघ शुक्ल पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है। इसी दिन मध्याह्नकाल में मां सरस्वती की पूजा की जाती है, प्रयागराज में संगम स्नान और अखाड़ों का शाही स्नान होता है। कंफ्यूज आइये जानते हैं कब है माघ शुक्ल पंचमी
दृक पंचांग में वसंत पंचमी (Vasant Panchami 2025)
माघ शुक्ल पंचमी का आरंभः 02 फरवरी 2025 को सुबह 09:14 बजे सेपंचमी तिथि समापनः 03 फरवरी 2025 को सुबह 06:52 बजे
वसंत पंचमीः रविवार 2 फरवरी 2025
वसंत पंचमी मध्याह्न क्षणः 12.41 बजे
वसंत पंचमी सरस्वती पूजा मुहूर्त: सरस्वती पूजा मुहूर्त सुबह 7.12 बजे से दोपहर 12:41 बजे
अवधिः 05 घंटे 29 मिनट
जयपुर में वसंत पंचमी 2 फरवरी को
जयपुर के पुरोहित पंडित मातृका प्रसाद के अनुसार वसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाना चाहिए। इस दिन सरस्वती की पूजा लाभ का चौघड़िया सुबह 9.57 बजे से सुबह 11.18 के बीच या अभिजित मुहूर्त में सुबह 11.18 से 12.39 बजे के बीच करना चाहिए।काशी क्षेत्र के पंचांग में बसंत पंचमी (Basant Panchami Varanasi Kashi Kshetra)
माघ शुक्ल पंचमी आरंभ: 2 फरवरी को सुबह 11.53 बजे से
माघ शुक्ल पंचमी का समापनः 3 फरवरी को सुबह 9.39 बजे से
3 फरवरी को सूर्योदयः सुबह 6.40 बजे
प्रयागराज, वाराणसी, उज्जैन में वसंत पंचमी 3 फरवरी को (Mahakumbh Snan)
प्रयागराज में इन दिनों महाकुंभ 2025 का आयोजन हो रहा है। www.kumbh.gov.in पर बसंत पंचमी स्नान की तिथि 3 फरवरी दर्ज है। इस दिन शाही स्नान होता है, बड़ी संख्या में देश भर के लोग प्रयागराज कुंभ पहुंचते हैं।मीरजापुर के पुरोहित कमलेश त्रिपाठी के अनुसार बसंत पंचमी सोमवार, 3 फरवरी 2025 को है। साथ ही सरस्वती पूजा मध्याह्न समय में करना चाहिए। इसलिए करीब 12 बजे सरस्वती पूजा करना अच्छा होगा।
उज्जैन के ज्योतिषी और पुरोहित चेतन शास्त्री के अनुसार बसंत पंचमी 3 फरवरी सोमवार को मनाई जाएगी।
एक अन्य पुरोहित के अनुसार माघ शुक्ल पंचमी तिथि की शुरुआत 2 फरवरी रविवार को 09.14 बजे से होगी, जो अगले दिन 3 फरवरी को सुबह 06.52 बजे तक रहेगी। इसलिए बसंत पंचमी 3 फरवरी 2025 को मनाना चाहिए। इसी दिन स्नान करना चाहिए।
3 फरवरी वसंत पंचमी 2025 के शुभ मुहूर्त (काशी क्षेत्र के कैलेंडर)
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:57 बजे से सुबह 05:48 तक
अभिजित मुहूर्तः सुबह11:50 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक
सरस्वती पूजा पर अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: सुबह 06:40 बजे से 08:03 बजे तक
शुभ-उत्तम मुहूर्त: सुबह 09:26 बजे से सुबह 10:49 बजे तक
चर-सामान्य मुहूर्त: दोपहर 01:35 बजे से दोपहर 02:58 बजे तक
लाभ-उन्नति मुहूर्त: दोपहर 02:58 बजे से दोपहर 04:21 बजे तक
3 फरवरी को सरस्वती पूजा मुहूर्त 2025
सरस्वती पूजा का मुहूर्त: सुबह 7.07 बजे से सुबह 8.38 बजे तकसरस्वती पूजा का दूसरा मुहूर्त: सुबह 10.06 बजे से दोपहर 1.39 बजे तक