Astrological Remedies Of Surya: पंडित सतीश चंद्र शास्त्री के अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य खराब है तो उसका आत्मविश्वास कमजोर रहेगा। ऐसे में इस जातक को कुंडली में सूर्य मजबूत करने के लिए सूर्य के उपाय करने चाहिए। आइये जानते हैं इसके प्रमुख उपाय
यह आप कर सकते हैं कि संकल्प कर लीजिए कि मुझे 4 रविवार में कितना पाठ करना है। इस तरह कुल 21 रविवार के व्रतों में 108 पाठ कर लें तो एक अनुष्ठान पूरा हो जाएगा।
आत्मविश्वास बढ़ाने के सूर्य मंत्र (Atmvishwas Badhane Ke Surya Mantra)
सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra)
सूर्य गायत्री मंत्र सूर्य को प्रसन्न करने का शक्तिशाली मंत्र है। मान्यता है कि इसका रोज जप करने से जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर है, उन्हें लाभ होता है। सूर्य ग्रहण के दौरान भी इस सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके शुभ परिणाम के लिए सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर मुंह करके सूर्य मंत्र 108 बार जाप करें, नीचे पढ़ें सूर्य गायत्री मंत्र (ये तीन प्रकार के हैं, आइये जानें)अर्थ: हे दिन के निर्माता भगवान भास्कर दिन के बारे में सोचें और प्रचुर बुद्धि से हमें प्रकाशित करें। ॐ आदित्याय विद्महे मार्तण्डाय धीमहि तनः सूर्य प्रचोदयात्
अर्थ: हे देवी अदिति के पुत्र सूर्य मेरा मन आप में केंद्रित हो ऐसी शक्ति हमें मिले, साथ ही हमें महान बुद्धि का आशीर्वाद दें। ૐ सप्त तुरंग विधमन्हे सहस्र किर्नाय धीमहि तन्नो रवि प्रचोदयत
अर्थ: सप्ताह के सातों दिन चलने वाले सात घोड़ों के रथ पर सवार भगवान भास्कर, जिनकी असंख्य प्रकाश किरणें धरती माता को स्पर्श करती हैं, आप में मेरा मन लगे।
आदित्य हृदय मंत्र
आदित्य हृदयम मंत्र एक उपचार मंत्र है। इस सूर्यदेव मंत्र से सभी मानसिक और शारीरिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है। इसे सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर मुंह करके 108 बार जपना चाहिए।मान्यता है कि आदित्य हृदय मंत्र क्रोध और अहंकार के टकराव को दूर रखकर आपको लाभ पहुंचाता है। यह आपको आंतरिक रूप से आध्यात्मिक बनाता है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है और ऐसी नकारात्मक भावनाओं से दूर रखता है जो रात भर जगाए रखती हैं।
जयवाहं जपेन्नित्यं अक्षय परं शिवम्
अर्थ: भगवान सूर्य की प्रार्थना पवित्र हृदय में सभी शत्रुओं को नष्ट करने की शक्ति वाली है। ऐसे आदित्य (सूर्य देव) की प्रार्थना मैं करता हूं जो सदैव विजयी और सर्वोच्च हैं।
इन मंत्रों का भी कर सकते हैं जाप
1.नमः सूर्याय शान्ताय सर्वरोग निवारिणे,आयुरारोग्य मैश्वर्याम देहि देवः जगत्पते 2. ॐ ह्रीं सूर्याय नमः 3. ॐ हरं ह्रीं ह्रीं सः सूर्याय नमः