आपको बता दें कि हिस्ट्रीशीटर अमरजीत यादव ने आजमगढ़ जेल से रिहा होने के बाद 30 गाड़ियों से विजय जुलूस निकाला। जूलूस निकालने के 50 मिनट के अंदर ही पुलिस ने आरोपी अमरजीत को एक बार फिर से हिरासत में ले लिया है। अमरजीत यादव सन् 2012 में मुलायम सिंह यादव के ज्योतिषाचार्य रहे डॉ. रमेश तिवारी हत्याकांड का मुलजिम है।
इसके साथ ही अमरजीत यादव सहित 12 दोषियों को जौनपुर की कोर्ट की जज फोर्थ रूपाली सक्सेना ने 20 अगस्त 2024 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। अमरजीत यादव को इस मामले में हाईकोर्ट से जमानत मिली थी।
जेल से रिहा होते ही हिस्ट्रीशीटर अमरजीत यादव विजय जुलूस निकाल रहा था। मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे इटौरा पुलिस चौकी के प्रभारी धर्मेंद्र ने जब गाड़ियों को रोकने का प्रयास किया, तो सब इंस्पेक्टर के साथ धक्का-मुक्की की गई।
एसपी ग्रामीण बोले- आरोपियों पर हो रही कार्रवाई इस बारे में जिले के एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि इटावा जेल से रिहा होते ही अमरजीत यादव ने 30 गाड़ियों से विजय जुलूस निकाला। पुलिस को सूचना मिली कि इन गाड़ियों में अवैध असलहे और पैसे हैं। इस सूचना के बाद जब चौकी प्रभारी धर्मेंद्र ने रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ धक्का-मुक्की की गई।
इसके बाद सिधारी थाने के प्रभारी शशि चंद्र चौधरी, SOG प्रभारी नन्द कुमार तिवारी, जहानागंज और मुबारकपुर थाने के प्रभारी मौके पर पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में काफिले में शामिल गाड़ियां भागने में सफल रही। मौके से पुलिस 7 गाड़ियों को लेकर थाने लाई है। इन सभी गाड़ियों को सीज किया जा रहा है।