मिलर्स की धान लोड कर रहे मजदूर
जानकारी के अनुसार गोंगलई कृषि उपज मंडी में 12 महीने धान बिक्री के लिए नहीं आती है। खरीफ सीजन की धान शासन समिति के माध्यम से खरीदती है। रबी धान को किसान मंडी में बिक्री करने लाते हैं। बताया गया कि कृषि उपज गोंगलई मंडी में कुछ हमाल भी है, लेकिन 12 महीने काम न मिलने से हमाल राइस मिलर्स की धान, गोदामों से मिलिंग के लिए ट्रक की लोडिंग, अनलोडिंग करने में लगे हैं। रबी फसल आने पर उसकी बिक्री के लिए यहां पहुंच रहे किसानों को धान की अलटी पलटी, तौल, काटा, बोरे भरने आदि के लिए हमाल नहीं मिल रहे हैं।दो दिन से परेशान किसान
बताया जा रहा है कि आसपास के क्षेत्रीय किसानों ने दो दिन पूर्व अपनी धान बिक्री के लिए लाई थी। गुरुवार की दोपहर तक बिक्री नहीं हो पाई। मंडी प्रबंधन द्वारा हमाल न होने की बात कहते हुए अपने हाथ खड़े कर दिए गए थे। अपनी नाराजगी जताते हुए स्थानीय किसानों ने मंडी गेट पर तालाबंदी कर जमकर हंगामा मचाया और व्यवस्थाओं में सुधार किए जाने की मांग की।दखल के खोला ताला
हंगामें और किसानों के गेट पर तालाबंदी की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने किसानों और मंडी प्रबंधन से चर्चा की। किसानों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया। मंडी प्रबंधन ने हमलों की व्यवस्था कर जल्द धान खरीदी शुरू करने की बात कही। मीडिया कर्मियों के दखल के बाद आनन फानन में मंडी सचिव ने राइस मिलर्स और अन्य कर्मचारियों से कहकर धान की बोली लगाना शुरू किया गया। बोली लगते देख किसान मान गए। उन्होंने मामले को शांत कर गेट पर जड़ा ताला आवागमन के लिए खोल दिया।वर्सन
किसानों के तालाबंदी की जानकारी नहीं है। हमालों की कमी के कारण किसानों से धान बिक्री नहीं हो पा रही थी। हालाकि हमनें राइस मिलर्स से संपर्क कर हमालों की व्यवस्था बनाई और बोली शुरू करवा दी गई है।
मनीष मड़ावी, मंडी सचिव गोंगलई