देर रात को पहुंची रेस्क्यू टीम
रविवार की देर रात करीब 11 बजे कान्हा नेशनल पार्क मंडला की रेस्क्यू टीम में डॉक्टर अग्रवाल और उनके 8 साथी ग्राम कुड़वा पहुंचे। उन्होंने देर रात बाग का रेस्क्यू करने की कोशिश की। अधेरा होने की वजह से उन्हें सफलता नहीं मिली। बताया गया कि बाघ अंधेरे का फायदा उठाकर झाडिय़ों में छिप जा रहा था। सोमवार 5 मई की सुबह रेस्क्यू टीम ने बाघ को घेरने की कोशिश की। लेकिन बाघ बार-बार अपनी जगह बदलकर अन्य जगह चला जाता था। कड़ी मशक्कत के बाद दो जेसीबी मशीन में मौजूद रेस्क्यू दल के सदस्यों ने तीन से चार बार टैंकुलाइज कर बाघ को बेहोश करने में सफलता प्राप्त की।
वन और पुलिस अमला रहा मौजूद
वन अधिकारियों के अनुसार बाघ को विशेषज्ञों की निगरानी में पहले पेंच नेशनल पार्क इसके बाद उसे भोपाल स्थित वन विहार ले जाया जाएगा। बाघ के रेस्क्यू करने के बाद ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई। रेस्क्यू करते समय पूरी टीम का हौसला बढ़ाने क्षेत्रीय विधायक गौरव सिंह पारधी भी मौजूद रहे। वन विभाग से सीसीएफ पीएस सेंगर, डीएफओ अधर गुप्ता, एसडीओ बीआर सिरसम, रेंजर बाबूलाल चढ़ार के अलावा वन परिक्षेत्र कटंगी, वारासिवनी, खैरलांजी, लालबर्रा, रामपायली का पूरा अमला मौजूद रहा। एसडीओपी वारासिवनी अभिषेक चौधरी, एसडीओपी कटंगी विवेक शर्मा के अलावा कटंगी, तिरोड़ी, वारासिवनी, खैरलांजी, रामपायली, लालबर्रा, महकेपार थाने का पूरा पुलिस बल मौजूद रहा।
विधायक ने जताया आभार
विधायक गौरव सिंह पारधी ने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तत्परता के लिए में आभार व्यक्त किया। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए क्षेत्र में गश्त, निगरानी एवं सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम करने के निर्देश दिए। बाघ को सुरक्षित रूप से वन क्षेत्र में स्थानांतरित किया जाएगा।