तापमान बढ़ने के ये हैं कारण
ज्योतिषविदों का मानना है कि नौतपा के दौरान सूर्य का तेज प्रचंड होता है। रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक आ जाता है, जिससे सूर्य की सीधी किरणें धरती पर पड़ती हैं और तापमान अचानक बढ़ जाता है।25 मई से शुरू होगा नौतपा
बलिया के पंडित सुशील तिवारी ने बताया कि इस साल नौतपा 25 मई से शुरू होगा। पंचांग के अनुसार, सूर्य देव 25 मई को दोपहर 2 बजकर 7 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 2 जून को नौतपा समाप्त होगा। इस दौरान उमस वाली भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। इसके बाद सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। ऐसा माना जाता है कि नौतपा में जितनी अधिक गर्मी पड़ती है, उस वर्ष मानसून भी उतना ही अच्छा होता है।यूपी में प्रचंड गर्मी के बीच आंधी-बारिश का अलर्ट, मुरादाबाद से रामपुर तक बदलेगा मौसम
मान्यता है कि सूर्य जितने दिन रोहिणी नक्षत्र में रहते हैं, उतने दिन तेज और उमस भरी गर्मी पड़ती है। पंडित तिवारी बताते हैं कि रोहिणी नक्षत्र का स्वामी ग्रह चंद्रमा है, जो शीतलता और जल का प्रतीक है। जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो शीतलता गर्मी में बदल जाती है और जल का वाष्पीकरण शुरू हो जाता है, जिससे उमस भरी गर्मी का अनुभव होता है।
नौतपा के दौरान क्या करें
धार्मिक कार्यों में भाग लें।जरूरतमंदों को पानी, सत्तू और वस्त्र दान करें।
सूर्य देव को जल अर्पित करें और उनकी पूजा करें।
पशु-पक्षियों की सेवा करें।