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Snake bite: दोस्तों के साथ बैठे युवक को सांप ने काटा, देर रात हो गई मौत वे अब तक 300 से अधिक सांपों को घरों, दुकानों और रिहायशी इलाकों से सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ चुके हैं। वे यह कार्य नि:स्वार्थ रूप से बिना किसी सरकारी सहयोग या व्यक्तिगत लाभ के करते हैं। आज उन्होंने एक 8 फीट लंबा दुर्लभ रेड स्नेक (असोड़िया) पकड़ा और उसे कोकान के
जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया। ऐसे रेस्क्यू मिशन कई बार खतरनाक होते हैं, लेकिन बलराम हर बार पूरे आत्मविश्वास और धैर्य के साथ काम करते हैं।
उनका मानना है कि सांप मारने के लिए नहीं, समझने के लिए होते हैं। अधिकतर सांप जहरीले नहीं होते और वे इंसानों को तभी नुकसान पहुंचाते हैं जब खुद को खतरे में महसूस करते हैं। छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाले प्रमुख सांप जिनसे बलराम का सामना हो चुका है। कोबरा (नाग), भारतीय पायथन, रेड स्नेक (असोड़िया), बैंडेड किंग स्नेक (बंदर सांप), रैटल स्नेक, वॉटर स्नेक। बलराम पटेल आज युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।