बिना हेलमेट, तेज रफ्तार व शराब के नशा, दुर्घटनाओं की वजह
जिला यातायात प्रभारी राकेश ठाकुर ने पत्रिका को बताया जिले में लगातार हो रही सड़क दुर्घटना चिंता का कारण है। अभी तक जितनी भी सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, उसके तीन कारण सामने प्रमुख रूप से आए हैं। इसमें तेज रफ्तार व लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाना, बिना हेलमेट वाहन चलाना और शराब के नशे में वाहन चलाना है। दुर्घटनाओं से बचना है तो हर हाल में यातायात नियमों का पालन करने की जरूरत है। समय-समय पर अभियान चलाकर भी वाहन चालकों को जागरूक किया जाता है, लेकिन कई लोग इसे नजरअंदाज करते हैं। जनवरी के 31 दिनों में ही 38 लोगों की मौत
जनवरी के 31 दिनों में ही 62 सड़क दुर्घटनाओं में 38 लोगों की मौत हुई थी। 59 लोग घायल हुए थे। फरवरी में 26 सड़क दुर्घटनाओं में 12 लोगों की मौत एवं 27 लोग घायल हुए थे। मार्च के मात्र 17 दिन में ही 27 दुर्घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
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जिले में हर दिन हो रही दुर्घटना
आंकड़े को देखें तो जिले में प्राय: हर दिन सड़क दुर्घटना हो रही है। अधिकांश दुर्घटनाओं में मौत भी हुई है। वाहन चलाते समय पूरी तरह से सावधानी बरतने की जरूरत है।
हेलमेट बहुत जरूरी, वाहन की गति तेज न हो
लगातार आ रहे मामले में जो मौतें हो रही हैं, वे सिर में चोट लगने एवं तेज रफ्तार वाहन चलाने के कारण ही ज्यादा सड़क दुर्घटना व मौत हो रही है। 9 मार्च की रात को देवरी के पास दो मोटर साइकिल में टक्कर हो गई। इस घटना में संतोष कुमार की मौत हो गई।
वाहन चालकों को कर रहे हैं जागरूक
बालोद जिला यातायात प्रभारी राकेश ठाकुर ने कहा कि लापरवाह व यातायात नियम के विपरीत वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। समय-समय पर वाहन चालकों को जागरूक भी किया जाता है कि यातायात नियम के तहत वाहन चलाएं।