अब तक दिए जा रहे थे 35 हजार रुपए नकद
महिला बाल विकास विभाग के मुताविक पहले मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत एक जोड़े की शादी के लिए कुल 35 हजार रुपए मिलते थे। अब शासन ने बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया है। 50 हजार रुपए में पंडाल, पंडित, सामग्री, श्रृंगार, भोजन आदि शामिल है। 35 हजार रुपए वधु को नकद दिए जा रहे थे।
गांव-गांव में तलाश कर रहे जोड़े
जिले में अब सरकारी शादी में लोग ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं। गांव-गांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सेक्टर सुपरवाइजरों के माध्यम से दूल्हा-दुल्हन की तलाश की जा रही है। सरकारी शादी के लिए दूल्हा व दुल्हन ढूंढने में उनके पसीने छूट रहे हैं। बारहवीं बोर्ड परीक्षा : विद्यार्थी परीक्षा को लेकर तनाव न लें, अच्छे से तैयारी कर शांत मन से प्रश्न पत्र हल करें
उद्देश्य -गरीब, बेसहारा व जरूरतमंदों को मिले सहयोग
शासन ने 2005 से मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की शुरुआत की है। योजना का उद्देश्य सिर्फ यही है कि गरीब, बेहसारा व जरूरतमंदों को बेटियों की शादी कराने में परेशानी न हो।
अब इस तरह मिलेगी राशि
प्रति कन्या पंडाल, भवन किराया, प्रति जोड़ा 20 अतिथियों के लिए भोजन, नाश्ता, आदि शामिल है। इसके अलावा मंगल सूत्र, वर-वधू के कपड़े, श्रृंगार सामग्री, जूते चप्पल, चुनरी, साफा के लिए हैं। इसके के लिए 50 हजार रुपए में से ही खरीदी की
जल्द तिथि घोषित होगी
महिला एवं बाल विकास अधिकारी विपिन जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह के तहत जिले में 200 जोड़े शादी करने का लक्ष्य मिला है। सामूहिक विवाह फरवरी में होगी। इसकी तिथि जल्द निर्धारित की जाएगी।