-श्री रेणुका यल्लम्मा मंदिर और देविका रानी रोरिक एस्टेट को विशेष पूंजी सहायता योजना के तहत विकसित किया जाएगा, जिस पर कुल 199 करोड़ रुपए खर्च होंगे। -वर्ष 2025-26 में 50 करोड़ रुपए की लागत से राज्य के 10 चुनिंदा जिलों में पर्यटन स्थलों का विकास होगा।
-पर्यटन स्थलों पर कार्यरत प्रवासी मित्रों को पर्यटकों की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा तथा उनकी संख्या बढ़ाकर 1,000 की जाएगी। -लक्कुंडी मंदिर को विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। पुरातात्विक अवशेषों के संरक्षण के लिए एक खुला संग्रहालय भी विकसित किया जाएगा।
-मैसूरु के पुराने डीसी कार्यालय भवन को राज्य स्तरीय संग्रहालय में परिवर्तित किया जाएगा, जिसमें राज्य की संस्कृति, सभ्यता की शुरुआत, ऐतिहासिक और सामाजिक मील के पत्थर प्रदर्शित किए जाएंगे।