वन मंत्री ईश्वर खंड्रे की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बंडीपुर टाइगर रिजर्व Bandipur Tiger Reserve में बाघों की संख्या 2023 और 2024 की तुलना में 158 से घटकर 154 हो गई है, भद्रा टाइगर रिजर्व में 36 से घटकर 29 हो गई है, बीआरटी टाइगर रिजर्व में 45 से घटकर 39 हो गई है और काली टाइगर रिजर्व में 29 से घटकर 22 हो गई है। हालांकि, नागरहोले टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 2023 और 2024 की तुलना में 140 से बढ़कर 149 हो गई है।
रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि 2018 से राज्य के बाघ अभयारण्यों में बाघों की संख्या में लगातार कमी आई है। वर्ष 2020 में बाघों की संख्या 472 से घटकर 403 रह गई थी। वर्ष 2022 में पांचों बाघ अभयारण्यों में बड़ी बिल्लियों की संख्या बढकर 417 हुई। लेकिन, वर्ष 2023 में यह घटकर 408 और वर्ष 2024 में 393 रह गई है।
एआइटीइ रिपोर्ट में स्पष्ट समझ मिलने की उम्मीद प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) सुभाष बी. मलखड़े ने कहा कि रिपोर्ट में यह भी मूल्यांकन किया गया है कि क्या विभाग ने सही दिशा में काम किया है और क्या और करने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार अखिल भारतीय स्तर पर बाघों की गणना चार वर्ष में एक बार की जाती है, जबकि बाघ राज्यों में यह गणना सालाना होती है। अखिल भारतीय बाघ गणना में पांचों बाघ अभयारण्यों के भीतर और अन्य संभावित बाघ आवासों में बाघों की आबादी में वृद्धि दर्ज हुई है। आगामी अखिल भारतीय बाघ आकलन (एआइटीइ) से बाघ अभयारण्यों से अलग होने के बाद अन्य संरक्षित क्षेत्रों में खुद को स्थापित करने वाले बाघों की स्पष्ट समझ मिलने की उम्मीद है।
प्रवास या कैमरा ट्रैप में कैद नहीं होना हो सकता है कारण रिपोर्ट पर काम करने वाले अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक कुमार पुष्कर ने कहा कि बाघों की कम संख्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं। बाघों के प्रवास में रुझान देखा गया है। एक अभयारण्य से दूसरे अभयारण्य में उनके प्रवास के कारण बाघों की संख्या कम निकली। कुछ बाघों को एक बाघ रिजर्व से दूसरे पर्यावास की ओर जाते हुए देखा गया है, तथा ऐसे अनेक साक्ष्य हैं, जो दर्शाते हैं कि बाघ अपने क्षेत्र की तलाश में रिजर्व से समीपवर्ती पर्यावासों की ओर भी फैल गए हैं। रिपोर्ट चरण-4 निगरानी पद्धति के आधार पर तैयार की गई है, जिसमें कैमरा ट्रैप छवियों Camera Trap Images को सूचीबद्ध किया गया। संभव है कि कई बाघ कैमरा ट्रैप में कैद नहीं हुए।