हादसे के बाद फैक्ट्री में अफरा-तफरी मच गई। दोनों घायलों को जल्द ही अस्पताल ले जाया गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। धमाका इतना तेज था कि कई किलोमीटर दूर तक आवाज सुनाई दी । घटनास्थल पर तीन थानों से करीब 70 जवानों को तैनात किया गया है।
खतरे से बाहर दोनों मजदूर
दरअसल मजदूरों का आरोप है कि फैक्ट्री के कोयला डिपो में गैस की मात्रा लगातार बढ़ती जा रही थी। इस संबंध में कई बार प्रबंधन को जानकारी दी गई थी, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। ऐसे में शनिवार को जब टैंक में कोयला डाला जा रहा था तब तेज धमाका हो गया। हादसे में कुटुंबी गांव निवासी ईश्वरलाल पुत्र नाथजी और नौखला गांव निवासी दिलीप पुत्र भारता झुलस गए। हालांकि दोनों की स्थिति अभी खतरे से बाहर बताई जा रही है। फिलहाल दोनों मजदूरों का बांसवाड़ा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।