यह है मामला
थानाधिकारी ब्रजेश चौधरी ने बताया कि 4 जुलाई को झालावाड़ जिले के जावर थाना क्षेत्र के शोरती निवासी फरियादी रविन्द्र पुत्र अमृतसिंह भील ने पुलिस थाना हरनावदाशाहजी पर रिपोर्ट पेश कि थी। इसमें बताया कि उसने एक वर्ष पहले गांव की ही शिमला बाई पुत्री कजोडीलाल जाति काछी से कोर्ट में शादी कर ली थी। 4 तारीख को वो शिमला बाई के साथ हरनावदाशाहजी में सेन्ट्रल बैंक के सामने खड़ा था। इतने में शिमलाबाई का भाई मांगीलाल व काका-काकी तथा मेघराज पुत्र अमरलाल निवासी सोरती आए और शिमला बाई को मारपीट कर साथ ले गए। इन पर मुकदमा दर्ज किया गया था। यह थे आरोपी
प्रकरण में कजोड़ीलाल, मेघराज, मांगीलाल, चन्द्रकला, चमेली, ललिता बाई, ग्यारसीराम, राकेश कुमार, बीरमचन्द, ललित कुमार को गिरफ्तार कर न्यायालय में चालान पेश किया जा चुका है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उपाधीक्षक राजेश चौधरी के नेतृत्व व विकास कुमार वृताधिकारी वृत छबड़ा के सुपरविजन मे टीम गठित की गई। टीम ने प्रकरण में फरार आरोपी पार्वतीबाई पत्नी अमरचन्द निवासी सोरती को 5 फरवरी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इसके बाद फरार छोटूलाल पुत्र गोपीलाल, धापूबाई पत्नी छोटूलाल निवासी सोरती की गिरफ्तारी के लिए 10-10 हजार का इनाम रखा।
पुलिस टीम को पता चला कि आरोपी छोटूलाल एवं धापूबाई घर पर नहीं रहते हैं। वे गांव के आसपास ही खेतों मे छिपे रहते हैं। कभी-कभार ही घर पर आते हैं। इस जानकारी के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।