निरीक्षण में सामने आईं खामियां
वाटिका में लगाए गए पेड़-पौधों को पानी नहीं दिया गया, जिससे हरियाली सूख गई। वाटिका में रैंप पर लगी टाइल्स का निर्माण मानकों के अनुसार नहीं पाया गया। सिंचाई के लिए अस्थायी रबर पाइपों का उपयोग किया जा रहा था, जो टिकाऊ नहीं हैं। स्थल पर व्यवस्थाओं की कमी देखकर मेयर ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
नगर निगम की लापरवाही उजागर
नगर निगम ने 80 वार्डों से मिट्टी लाकर इस वाटिका में पौधे रोपित किए थे। लेकिन समय पर देखभाल न होने के कारण पौधे सूख चुके हैं। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी, एक्सईएन एसके राठी, सहायक अभियंता मुकेश शाक्य और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। मेयर डॉ. उमेश गौतम ने निर्देश दिए:
- वाटिका में पानी की पाइपलाइन बिछाई जाए और सुबह-शाम नियमित छिड़काव कराया जाए।
- खराब हो चुकी टाइल्स को मानकों के अनुसार फिर से लगाया जाए।
- ठेकेदार फर्म को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाए, और भुगतान पर रोक लगाई जाए।