नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ठाकुर मिशनपाल सिंह ने बताया कि कर्मचारी लंबे समय से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं, लेकिन शासन-प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इसी के विरोध में आज एक दिवसीय हड़ताल की गई है।
कार्यालयों में ताला लगाकर की नारेबाजी
कार्य बहिष्कार के दौरान कर्मचारियों ने निगम परिसर के कार्यालयों के बाहर ताले लगा दिए और नारेबाजी की। सफाई कर्मचारी नेता राजेंद्र समदर्शी ने कहा कि हमारी प्रमुख मांगें हैं पुरानी पेंशन योजना की बहाली, वेतन विसंगति का निस्तारण, राज्य कर्मचारियों की तर्ज पर पदनाम, नियमित वेतन-भत्ते की व्यवस्था, संविदा व आउटसोर्स कर्मचारियों का नियमितीकरण और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा।
मांगे पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र विचार नहीं किया गया, तो आगामी चरण में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी। इस अवसर पर महामंत्री राजेंद्र सिंह ने भी सरकार को चेताया और कहा कि पूर्व में दिए गए मांग पत्र पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है, इसलिए मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है।
शाम तक धरने पर बैठे रहे कर्मचारी
धरना स्थल पर प्रमुख रूप से प्रभात शर्मा, प्रभाकर, जितेंद्र मोहन, नेत्रपाल सिंह, कपिल कुमार, सुनील मौर्य, योगेंद्र प्रकाश, अनुज सिंह, विशाल जौहरी, राजीव यादव, राजचंद्र, विशाल कुमार, आदित्य, ताहिर कमाल, मुर्शरफ बेगम, राजन सैनी, संजय कुमार, रामवीर यादव सहित बड़ी संख्या में निगम कर्मचारी मौजूद रहे। शाम तक कर्मचारी नगर निगम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे रहे।