जावेद अली के अनुसार मंगलवार रात लगभग 9 बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें व्हाट्सएप कॉल और मैसेज के जरिए गाली-गलौज की और बरेली आकर घर में घुसकर हत्या करने की धमकी दी। इसके बाद उन्होंने थाना बारादरी में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित ने मंगलवार को कराई थी मारपीट व बंधक बनाने की रिपोर्ट
बारादरी के फाइक इन्क्लेव निवासी जावेद अली खान ने मंगलवार को कोतवाली थाने में एक गंभीर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि 14 अप्रैल को कटघर बाकरगंज निवासी सलमान मियां, डॉ. मेंहदी हसन, इकरार उर्फ दन्नी, बख्तियार और कामरान ने उन्हें कलहरी में एक फर्जी दस्तावेज मामले को लेकर दरगाह गेस्ट हाउस के कमरे नंबर 101 में बुलवाया। वहां उन्हें पांच घंटे तक बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा गया और एक वीडियो जबरन बनवाया गया, जिसमें उन्हें यह कहने के लिए मजबूर किया गया कि उनका कोई विवाद नहीं है। इसके बाद उन्हें माला पहनाकर फोटो खिंचवाई गई और छोड़ दिया गया। इस मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से जावेद अली को धमकियां मिल रही हैं।
पत्नी शीबा खान ने की गनर हटाने व गैंगस्टर एक्ट की मांग
शीबा खान ने इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए बरेली के आईजी डॉ. राकेश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य को भी शिकायत पत्र सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि सलमान हसन के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं, बावजूद इसके उन्हें दो सरकारी गनर मिले हैं, जो कि सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग है। उन्होंने तुरंत गनर हटाने और सलमान हसन व उनके साथियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की है।
संभल हिंसा से जोड़े संबंध
शीबा ने यह भी आरोप लगाया कि सलमान मियां का नाम संभल जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा से भी जुड़ता है। उन्होंने दावा किया कि सलमान के सोशल मीडिया पर ऐसे आरोपियों व कुछ नेताओं के साथ तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं। इसके अलावा उन्होंने सलमान की संपत्तियों की जांच की मांग करते हुए कहा कि उनके पास आय का वैध स्रोत नहीं है, फिर भी उन्होंने कई संपत्तियां अर्जित की हैं।