रंगयात्रा से हुआ मेले का आगाज
मेले की शुरुआत सुबह 9 बजे कोतवाली से रंगयात्रा के साथ हुई। इस रंगयात्रा में उत्तराखंड की संस्कृति को भव्य झांकियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। पारंपरिक वेशभूषा और लोकगीतों की धुनों पर झूमते लोग मेले का आकर्षण बढ़ा रहे थे। मेले में उत्तराखंड के विभिन्न शहरों और गांवों से आए व्यापारी और कलाकार अपने स्टॉल लगाने के लिए देर रात ही मैदान पर जुट गए थे। स्टॉल्स पर हस्तशिल्प, पारंपरिक व्यंजन और उत्तराखंड की खास चीजें मेले में आने वालों को आकर्षित कर रही हैं।
तीन दिन तक चलेंगे ये सांस्कृतिक कार्यक्रम
मेले के दौरान तीन दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। लोकगीत, नृत्य, और पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनें इस आयोजन को और खास बनाएंगी। मेले को लेकर स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह है। मेले में आए लोगों का कहना है कि यह आयोजन न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि उत्तराखंड की परंपराओं को करीब से जानने का अवसर भी है। तीन दिवसीय उत्तरायणी मेले के उद्घाटन के दौरान, मेयर उमेश गौतम, कैंट विधायक संजीव अग्रवाल, सांसद छत्रपाल गंगवार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।