8 मई को दर्ज हुआ था अपहरण का मुकदमा
मथुरापुर निवासी गुड्डी देवी पत्नी वीरेंद्र पाल ने 8 मई को सीबीगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका बेटा रोहित (13), विजय (12) पुत्र धारा सिंह, आयुष (13) पुत्र सुनील कुमार और ऋतिक (15) पुत्र संजय घर से लापता हो गए हैं। आरोप था कि गांव के ही भगवान दास के डीजे पर काम करने के बहाने ऋतिक ने बाकी तीन बच्चों को बहलाया और फिर भगवान दास बच्चों को डेलापीर तिराहे पर ले जाकर छोड़ आया, जिसके बाद से वे लापता थे। मामले में पुलिस ने अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था।एसएसपी ने दिए थे तत्काल बरामदगी के निर्देश
मामला संज्ञान में आने पर बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने बच्चों की सुरक्षित और शीघ्र बरामदगी के लिए विशेष निर्देश दिए थे। इसके बाद सीबीगंज पुलिस ने बच्चों की तलाश तेज कर दी।दिल्ली के रैन बसेरा में मिले चारों बच्चे
सीबीगंज थानाध्यक्ष सुरेश चंद्र गौतम ने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक रैन बसेरा में चारों बच्चे रुके हुए थे। वहां मौजूद जीआरपी कर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने बच्चों से पूछताछ की। जांच में पता चला कि बच्चे बरेली के रहने वाले हैं और उनके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने सीबीगंज थाने को सूचना दी।मेडिकल के बाद परिजनों को सौंपे गए बच्चे
सीबीगंज पुलिस तत्काल दिल्ली पहुंची और चारों बच्चों को वहां से बरामद कर शुक्रवार को वापस बरेली लाई। बच्चों का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उन्हें उनके परिजनों को सुरक्षित सौंप दिया गया। बच्चों ने बताया कि वे बिना किसी दबाव के खुद लाल किला देखने के लिए दिल्ली पहुंचे थे।पुलिस की तत्परता से चार मासूम सुरक्षित लौट आए, जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली है।