पीड़िता के अनुसार उसका विवाह फरीदपुर के गांव निवासी अरविंद कुमार पुत्र मुंशी लाल से हुआ था। विवाह के कुछ माह तक स्थिति सामान्य रही, लेकिन बाद में ससुर मुंशी लाल, जेठ अनिल व बिल्लू उर्फ राजबीर, जेठानी गोल्डी और पति अरविंद ने दहेज को लेकर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
पति और ससुर ने मारपीट कर घर से निकाला
विवाहिता का आरोप है कि ससुराल पक्ष मकान निर्माण के लिए पांच लाख रुपये मायके से लाने का दबाव बना रहा था। इंकार करने पर उसके साथ मारपीट की। विवाहिता के मुताबिक जब वह दो माह की गर्भवती थी, तभी ससुराल वालों ने उसे पीटकर घर से बाहर निकाल दिया और कहा कि इस बच्चे को अपने मायके में ही जन्म देना, इसके खर्चे की जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी।
रुपये ने देने पर दी जान से मारने की धमकी
पीड़िता ने बताया कि तब से वह अपने पिता के घर रह रही है। उसने एक पुत्र को जन्म दिया, जिसका सारा खर्च उसके माता-पिता ने उठाया। जब विवाहिता ने अपने पति से संपर्क किया तो उसने स्पष्ट कह दिया कि बिना पांच लाख रुपये लाए उसे ससुराल में नहीं रखा जाएगा। साथ ही थाने जाने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
पीड़िता ने इस संबंध में कई बार पुलिस को प्रार्थना पत्र सौंपा, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत एडीजी रमित शर्मा से की। एडीजी के आदेश के बाद पति समेत ससुराल के पांच लोगों पर इज्जतनगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।