उन्होंने बताया कि जोजरी नदी प्रदूषण से उत्पन्न संकट को लेकर उन्होंने सदन में पर्ची लगाई थी, लेकिन सदन में चल रहे गतिरोध के कारण वे इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा नहीं कर सके। भाटी ने बजट में शिव विधानसभा क्षेत्र में दो नए जीएसएस (अगासड़ी और गंगापुरा), राजडाल के लिए सड़क निर्माण और मरुस्थलीय क्षेत्रों की सड़कों के लिए बजट आवंटन की स्वीकृति पर सरकार का आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा ‘थार सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम’ शुरू करने, ‘डेजर्ट एडवेंचर टूरिज्म’ को बढ़ावा देने और रामदेरिया (उंडू-काश्मीर) के लिए विशेष पैकेज आवंटित करने के फैसले की सराहना की।
भाटी ने सरकार के सामने मांग रखी कि बाखासर में ड्राई पोर्ट स्थापित किया जाए, जिससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ें। साथ ही उन्होंने पश्चिमी राजस्थान के लिए डब्ल्यूआरसीपी (वेस्टर्न राजस्थान केनाल प्रोजेक्ट) की मांग को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि आगामी गर्मियों में जल संकट विकराल रूप लेने वाला है, लेकिन सिर्फ 10 हैंडपंप और 5 ट्यूबवेल से 610 गांवों तक पानी पहुंचाना असंभव है। ऐसे में पश्चिमी राजस्थान के लिए विशेष जल आपूर्ति योजना बनाई जानी चाहिए। वहीं, उन्होंने 2016 से लंबित कृषि कनेक्शनों को जल्द जारी करने की भी मांग की।
भाटी ने पश्चिमी राजस्थान में गड़रा रोड और शिव क्षेत्र में जिला अस्पताल की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही डीएनपी (डेज़र्ट नेशनल पार्क) क्षेत्र की समस्याओं को उठाया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के 118 गांव आज भी बिजली, पानी और नेटवर्क जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। सरकार से आग्रह किया कि संबंधित मंत्री डीएनपी क्षेत्र का दौरा कर वहां की वास्तविक स्थिति देखें। विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने बॉर्डर होमगार्ड्स को वेतन भुगतान में देरी, ईडब्ल्यूएस कोटे के सरलीकरण, विश्वविद्यालयों के पेंशनर्स के मुद्दे पर भी सरकार का ध्यान आकर्षित किया।