व्यापारियों के मुताबिक, चौमूं मंडी की सरसों की खपत दौसा और निवाई की तेल मिलों में होती है। मांग बढ़ने के चलते भाव में उछाल देखा जा रहा है, जिससे किसान खुश हैं क्योंकि उन्हें अपनी उपज का अच्छा दाम मिल रहा है। किसानों का कहना है कि यदि सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीद प्रक्रिया समय पर शुरू की होती, तो उन्हें बेहतर लाभ मिल सकता था।

चौमूं कृषि उपज मंडी में कृषक विश्राम गृह के पीछे खरीद केन्द्र बनाया गया है। एक अप्रेल से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था, जबकि 10 अप्रेल से खरीद प्रक्रिया शुरू हुई। इस दौरान 23 हजार से अधिक बोरी बारदाना मंडी में पहुंच चुका है, लेकिन सरकारी कांटा अब तक पूरी तरह खाली पड़ा है। किसान फिलहाल बाजार में बेहतर दाम मिलने के कारण सरकारी खरीद में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
-चौमूं में सरसों की बुवाई: 8395
-बाजार में सरसों अधिकतम भाव: 6100
-एमएसपी का भाव: 5950
-सरकारी बेचान के लिए रजिस्ट्रेशन हुए: 261
-खरीद केन्द्र पर किसान पहुंचे: 0 इनका कहना है….
सरसों जिंस की खरीद 10 अप्रेल से शुरू कर दी है, लेकिन अभी एक भी किसान जिंस लेकर नहीं पहुंचा है। सरकारी बेचान के लिए एक अप्रेल से पंजीयन प्रक्रिया शुरू है। हालांकि वर्तमान में बाजार भाव बढ़िया है।
-अर्जुनलाल मान, प्रभारी, खरीद केन्द्र चौमूं
-सुनील अग्रवाल, व्यापार मंडल अध्यक्ष, कृषि मंडी चौमूं