सोमवार को मामला सामने आने पर तूल पकड़ लिया। हिन्दूवादी संगठन के पदाधिकारी व कस्बेवासियों ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया। इधर, बिजयनगर थाना पुलिस ने पीड्ति छात्राओं के परिजन की रिपोर्ट पर यौन उत्पीड़न, छात्राओं का पीछाकर परेशान करना, किसी धर्म जाति के संबंध में झूठी जानकारी व अफवाह फैलाने, देहशोषण, पोक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रकरण में अब तक 5 जनों को गिरफ्तार किया, जबकि 2 नाबालिग निरुद्ध किए गए हैं। प्रकरण में थानाप्रभारी करणसिंह खंगारोत अनुसंधान कर रहे हैं।
सहेलियों को मिलवाने का दबाव
रिपोर्ट में बताया कि आरोपी नाबालिग छात्राओं को जबरन कैफे ले जाने, उनकी पसंद के कपड़े पहनने का भी दबाव डालते थे। उन्होंने कई बार शारीरिक संबंध बनाने के प्रयास भी किए। शारीरिक शोषण के लिए उन पर एक-दूसरे की सहेलियों से मिलवाने का दबाव बनाते थे। धार्मिक क्रिया-कलाप के लिए बाध्य करने व इनकार पर जान से मारने की धमकियां दी जाती थीं। पहले एक, फिर पांच को फंसाया
आरोपियों ने 32 साल पुराने अजमेर अश्लील छायाचित्र ब्लैकमेल काण्ड की तर्ज पर एक ही स्कूल की छात्राओं को प्रेमजाल में फांसने का षड़यंत्र रचा। उन्होंने कस्बे की निजी स्कूल की एक छात्रा को फंसाने के बाद उसके माध्यम से उसकी सहपाठी पांच छात्राओं को मोबाइल का प्रलोभन व डरा धमकाकर फंसा लिया। छात्राओं को अभिभावकों की नजर से बचने के लिए छोटा चाइनीज मोबाइल फोन, सिमकार्ड तक मुहैया कराया, ताकि छात्राएं स्कार्फ में मोबाइल रखकर भी आसानी से बात कर सकें। इसके बाद छात्राओं को ब्लैकमेल करने की प्रक्रिया शुरू हुई।
प्रकरण में 11 जने नामजद
थानाप्रभारी खंगारोत ने बताया कि अभिभावकों ने रिपोर्ट दी कि शिकायत पर पुलिस ने आरोपी गुलाबपुरा निवासी सोहेब, बिजयनगर के सोयल मंसूरी, अयान, अरफान, साहिल, आशिक कुरैशी, रियान, जावेद, आमान, करीम, फैजान समेत 10-15 अन्य युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वही पुलिस ने नामजद आरोपी रिहान मोहम्मद, सोहेल मंसूरी, लुकमान उर्फ सोहेब, अरमान पठान व साहिल कुरैशी को गिरफ्तार किया, जबकि दो विधि विरुद्ध संघर्षरत दो बालकों को निरुद्ध किया है। घर से रुपए चुराए तो हुआ खुलासा
पड़ताल में आया कि छात्रा ने आरोपी को पैसे नहीं दिए तो उसने जान से मारने की धमकी दी। बालिका ने घर से 2 हजार रुपए चुराए। इधर, अभिभावक ने पूछताछ की तो छात्रा तनाव में आ गई। झूठ बोलने पर परिजन ने उस पर नजर रखी। छात्रा के मोबाइल पर बात करते पकड़े जाने पर आरोपियों की पोल खुल गई। परिजन ने थाने में रिपोर्ट दी तो पुलिस ने पीड़िता के दिए मोबाइल के जरिए आरोपियों को दबोच लिया। अन्य परिजन ने घर जाकर उनकी बेटियों से पड़ताल की तो उनके पास चाइनीज मोबाइल व ब्लैकमेल किए जाने की कहानी बाहर आई। खुलासा हुआ कि आरोपी धोखे से ली उनकी फोटो, वीडियो को वायरल करने की धमकी देने के साथ जबरन धर्मांतरण के लिए विवश कर रहे हैं। पुलिस ने परिजन की रिपोर्ट पर दो अन्य मुकदमे दर्ज किए।