इन लोगों को बुलाया जाएगा प्रेरणा सत्र में स्कूलों में प्रेरणा सत्र के लिए संस्था प्रधान की जिम्मेदारी होगी कि वे ऐसे व्यक्तियों को बुलाएं, जिनसे विद्यार्थी प्रभावित हो सकें। संस्था प्रधानों को अपने क्षेत्र के वक्ताओं का चयन कर उन्हें सत्रों में आमंत्रित करना होगा। इन सत्रों में विद्यालय के पूर्व विद्यार्थी, जिन्होंने किसी क्षेत्र में विशेष उपलब्धि प्राप्त की हो, सेवानिवृत्त शिक्षक जो प्रेरणास्रोत रहे हों, उच्च पदों पर रहे क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्ति, चिकित्सक, वैज्ञानिक, लेखक, कलाकार, प्रशासनिक अधिकारी, खिलाड़ी, उद्यमियों को बुलाया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थियों को शिक्षा, करियर, जीवन मूल्यों, आत्मनिर्भरता, नैतिकता एवं समर्पण की भावना से संबंधित मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा।
प्रेरणादायक सत्र आयोजन का प्रमुख उद्देश्य
- विद्यार्थियों में आत्मविश्वास एवं नेतृत्व क्षमता विकसित करना।
- जीवन में लक्ष्य निर्धारण की प्रेरणा देना।
- समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों-विद्यार्थियों के बीच संवाद स्थापित करना।
- विद्यार्थियों को विभिन्न केरियर विकल्पों एवं अवसरों से अवगत कराना।
छात्रों का व्यक्तित्व विकास आवश्यक
विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई आवश्यक है, साथ ही उनके व्यक्तित्व निर्माण के लिए प्रेरणास्रोत व्यक्तियों से संवाद कराना भी जरूरी है। इससे विद्यार्थी इनसे कुछ सीख कर अपना भविष्य संवार सकेगा। डॉ. रामेश्वर जीनगर, सीबीईओ सुवाणा