Nautapa 2025: भीलवाड़ा जिले में रविवार से नौतपा की शुरुआत होगी। इस बार सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश 25 मई को तड़के 3:15 मिनट बजे होगा। पूरे समय सूर्य की किरणें सीधी धरती पर पड़ेंगी। नौ दिन तक लोगों को भीषण गर्मी की मार झेलनी पड़ेगी। सूर्यदेव आग उगलेंगे। तापमापी का पारा उछाल मारेगा। लगभग 80 साल बाद नौतपा सबसे ज्यादा तपन वाला होगा। संवत्सर के राजा और मंत्री सूर्य होने के कारण नौतपा के नौ दिनों में सबसे अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है।
नौतपा का समापन 8 जून को होगा। मान्यता है कि नौतपा के पहले नौ दिन तेज गर्मी पड़ती है तो यह अच्छी बारिश का संकेत हैं। इससे पहले शनिवार को तापमापी का पारा 43 डिग्री पहुंच गया। दिनभर तवे समान धरती तपती रही। नौतपा से पहले ही गर्मी ने बेहाल कर दिया। दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा।
सबसे ज्यादा असर डालेंगे नौतपा के शुरुआती नौ दिन
पंडित अशोक व्यास ने बताया कि सूर्यदेव आठ जून तक रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे, लेकिन नौतपा के शुरुआती नौ दिन सबसे ज्यादा असर डालेंगे। सूर्यदेव आठ जून बाद मृगशिरा नक्षत्र में जाएंगे। शास्त्र के अनुसार जब सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो वे पृथ्वी के सबसे करीब होते हैं। किरणें सीधी धरती पर पड़ती हैं।
80 साल बाद इस बार नौतपा में सबसे अधिक गर्मी पड़ने की संभावनाएं
धरती के तापमान में अत्यधिक वृद्धि होती है। इस दौरान भगवान सूर्य की उपासना और कुछ खास सावधानियां बरतने से समृद्धि और स्वास्थ्य में वृद्धि हो सकती है। पंचांगों के अनुसार लगभग 80 साल बाद इस बार नौतपा में सबसे अधिक गर्मी पड़ने की संभावनाएं हैं। हालांकि मई माह की गर्मी ने लोगों को झुलसा कर रख दिया। रोहिणी के शुरू के नौ दिन बहुत गर्म होते हैं। इसी कारण मौसम विज्ञान में इनको नौतपा कहा जाता है। सूर्यदेव आठ जून के बाद मृगशिरा नक्षत्र में चले जाएंगे।