एमपी में लोक निर्माण विभाग और एमपीआरडीसी की अनेक सड़कें जर्जर सी हो चुकी हैं। इनमें कई नई सड़कें भी शामिल हैं। घटिया निर्माण की वजह से नई सड़कें भी टूट फूट चुकी हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाया है।
दो दिन पहले एमपी के आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में सड़कों का जायजा लिया गया। इसकी रिपोर्ट आने के बाद एमपीआरडीसी के प्रबंध संचालक भरत यादव ने समीक्षा बैठक ली जिसमें सख्त फैसले लिए गए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में करीब 3 दर्जन सड़कों और भवनों के निर्माण कार्यों की रिपोर्ट दी गई।
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सिंगपुर-धरमपुर से मझपुरा सड़क के निर्माण में अनियमितता पाई गई। घटिया गुणवत्ता के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई की गई है। ठेकेदार मेसर्स मां शारदा कंस्ट्रक्शन और सप्लायर पन्ना को काली सूची में डाले जाने के आदेश दिए गए। घटिया निर्माण के लिए सब इंजीनियर को जिम्मेदार पाया गया और उसे सस्पेेंड कर दिया। एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
पन्ना में वन स्टॉप सेंटर की इमारत में कमी मिली जिसपर सब इंजीनियर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। ग्वालियर में घटिया रोड निर्माण पर मुरैना की मेसर्स कामतानाथ कंस्ट्रक्शन कंपनी को काली सूची में डालने का फैसला लिया गया।
भोपाल देवास रोड पर भी अनियमितताएं सामने आईं
भोपाल-देवास रोड पर कई जगहों पर क्रैक मिले। यहां डिवाइडर पेंटिंग और साइन बोर्ड भी मानकों के मुताबिक नहीं बनाए गए।