परिजनों ने बताया कि तीन चार दिन पहले मरीज के पैर सुन्न होने लगे थे। धीरे धीरे गले तक यह दिक्कत आ गई। जीबीएस के लक्षण की बात पता चलते ही उन्हें इंदौर में भर्ती करा दिया गया।
दरअसल खंडवा का कुछ हिस्सा महाराष्ट्र से बिल्कुल लगा हुआ है जहां गुलियन-बैरे सिंड्रोम तेजी से बढ़ रहा है। पुणे में एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। यही वजह है कि खंडवा के मरीज में जीबीएस के लक्षण मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।
गुलियन-बैरे सिंड्रोम यानि जीबीएस न्यूरोलाजिकल ऑटोइम्यून रोग है। प्राय: जीबीएस बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण से होता है। ये हैं लक्षण
संक्रमित मरीज के हाथ पैरों में झुनझुनी आती है। नसें और मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं जिससे शुरुआत में हाथ पैर सुन्न हो जाते हैं। बुखार आता है और कभी कभी सांस लेने में भी दिक्कत आती है। कुछ लोगों की हार्ट बीट भी बढ़ जाती है।