पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के मामले ने परिवहन विभाग में पसरा भ्रष्टाचार उजागर कर दिया है। इस मामले में प्रदेश के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मंत्री राजपूत की करीब 1250 करोड़ रुपए की अनुपातहीन संपत्ति होने का आरोप लगाते हुए दावा किया उनके पास इसके पूरे रिकॉर्ड हैं। सिंघार ने राज्य सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग से प्रदेश के एक केंद्रीय मंत्री को हर माह 2 करोड़ रुपए जाते थे। उमंग सिंघार ने मंत्री गोविंद राजपूत पर परिवहन विभाग के पूरे रैकेट को संभालने का आरोप लगाते हुए कहा कि दशरथ पटेल और अलीम खान रिटायर होने के बाद भी भ्रष्टाचार करते रहे। संजय ढांडे, संजय श्रीवास्तव ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ मिलकर घोटाला किया।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि परिवहन विभाग में एक साल में करीब डेढ़ हजार करोड़ की कमाई होती थी। उनका आरोप है कि इसी कमाई से मंत्री गोविंद राजपूत ने कई जमीनें खरीदीं। पत्नी और बच्चों के नाम 400 करोड़ रुपए की खरीदने का भी आरोप लगाया।
मंत्री गोविंदसिंह राजपूत पर भ्रष्टाचार के आरोप के बाद बीजेपी ने पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को भ्रष्टाचारी बताया। बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि उमंग ने कांग्रेस सरकार में मंत्री रहते हुए ट्रांसफर-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार करते हुए खूब कमाई की।
आशीष अग्रवाल ने कहा कि उमंग सिंघार पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को शराब और रेत माफिया तथा ब्लैकमेलर बताते थे लेकिन अब उनके ही साथ मंच पर बैठते हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार पर कई महिलाएं गंभीर आरोप लगा चुकी हैं, एक महिला ने तो उनके निज निवास में ही आत्महत्या कर ली थी। दस्तावेज में एक कांग्रेस नेता का भी नाम है। उन्हें बताना चाहिए कि कमलेश बघेल का कांग्रेस से क्या रिश्ता है, वह किस गुट के हैं।
बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल के अनुसार ये वही उमंग सिंघार है, जिन पर 15 महीने की कमलनाथ सरकार में मंत्री रहने के दौरान करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगे। मंत्रालय में ट्रांसफर, पोस्टिंग से लेकर खरीद-फरोख्त तक में काली कमाई के मामले सामने आए। इतना ही नहीं, उनकी ही कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने उमंग सिंघार पर झारखंड के प्रभारी सचिव रहते हुए टिकट बेचने के आरोप भी लगाए थे।