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राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, देश में पुरुषों की आत्महत्या की दर महिलाओं की तुलना में दो गुने से भी ज्यादा है। इसके पीछे तमाम कारणों में पुरुषों का घरेलू हिंसा का शिकार होना भी है, जिसकी शिकायत वो किसी फोरम पर कर भी नहीं पाते हैं।
उठी यह मांग
● वॉच लीग संस्था की चांदना अरोरा ने मांग की कि अब कानून में नया आतंकवाद वैवाहिक आतंकवाद की धाराएं जुड़ें ● फर्जी मामलों की जांच के बाद इन्हें खारिज किया जाए ● मैरिटल टेररिज्म के मामले कोर्ट सिरे से खारिज किया जाए ● कई बार पत्नियां झूठे मामले दर्ज कराती हैं, उन पर आपराधिक कार्रवाई हो ● बदलते अपराध के मद्देनजर जोड़ी जाएं नई धाराएं
● महिलाएं ब्लैकमेल कर रहीं हैं तो उसकी धारा बने ● महिला पति और ससुराल पक्ष को प्रताड़ित कर रही है, उसकी धारा जोड़ी जाए ● वैवाहिक ब्लैकमेल की धाराएं जुड़े
दहेज प्रताड़ना के मामले बढ़े
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक दहेज प्रताड़ना और क्रूरता के सबसे ज्यादा प्रकरण भोपाल में 684 दर्ज किए गए। पूरे प्रदेश में 8 हजार 486 प्रकरण दर्ज किए गए।