बंगाल की खाड़ी से एमपी में एंट्री करेगा दक्षिण-पश्चिम मानसून, रिकॉर्ड तोड़ बारिश की उम्मीद
Monsoon 2025: नौतपा से पहले एमपी में प्री मानसून की बारिश का कोटा पूरा, अब मानसून आने को तैयार, इस बार समय से पहले केरल के तट पर टकराएगा मानसून, एमपी के सिवनी, मंडला या बालाघाट से एंट्री कर मध्य प्रदेश पर झूमकर छाएगा मानसून…
Monsoon 2025: मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से आंधी, बारिश, उमस, ओलावृष्टि से इस बार भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक ये बेमौसम नहीं बल्कि, प्री मानसून की बारिश है। एक साथ कई सिस्टम एक्टिव होने, पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवात के कारण हो रही इस बारिश ने मध्य प्रदेश में प्री मानसून की बारिश का कोटा पूरा कर दिया है। वहीं अब मौसम विभाग ने मौसम बदलने और गर्मी बढ़ने की चेतावनी जारी की है, इस चेतावनी के बीच राहत भरी खबर ये है कि इस बार मध्य प्रदेश समेत पूरे भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून 2025 झूमकर एंट्री करने वाला है। जानें एमपी में कब आ रहा है मानसून…
मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश में अगले 4 दिन कहीं हल्की बारिश, तो कहीं आंधी के साथ तेज बारिश का दौर रहेगा। इसके बाद मौसम फिर बदलेगा और शुष्क होने लगेगा। मौसम विभाग भोपाल का कहना है कि एमपी में इस बार हो रही बारिश से प्रदेश में मानसून की बारिश का कोटा पूरा हो गया। अब मानसून आने को है।
Monsoon 2025
इस बार नौतपा से पहले आया प्रीमानसून
मध्यप्रदेश में इस साल 2025 में मौसम ऐसा बदला कि प्री मानसून की बारिश नौतपा से पहले ही हो गई। वहीं, अब मध्य प्रदेश में समय से पहले मानसून दस्तक दे सकता है।
2024 में टूटा था बारिश का रिकॉर्ड
बता दें कि 2024 में भोपाल में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई थी। 40 साल में चौथी बार ऐसी धुआंदार बारिश से पूरे प्रदेश में ज्यादातर जिलों में बाढ़ के हालात हो गए, रेस्क्यू ऑपरेशन चले। 2024 में कुल 64.35 इंच बरसात हुई थी। वहीं इससे ज्यादा बारिश 2006 में 67.45 इंच, 2019 में 70.62 इंच और 2022 में 75.24 इंच हुई थी।
इस बार इन जिलों से एमपी में एंट्री करेगा दक्षिण-पश्चिम मानसून
जानकारी के मुताबिक इस बार मानसून बंगाल की खाड़ी से मध्य प्रदेश पहुंच सकता है। यहां से सिवनी, मंडला या बालाघाट के रास्ते मानसून एमपी में प्रवेश करेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने इस बार मानसून सीजन 2025 में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जताई है।
बता दें कि केरल के तटों से मानसून टकराने के बाद करीब दो सप्ताह का समय लेते हुए मानसून भोपाल पहुंचता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि मध्यप्रदेश में मानसून या तो अरब सागर या फिर बंगाल की खाड़ी से आता है। इस बार बंगाल की खाड़ी वाली शाखा से मानसून आने की उम्मीद है। ऐसे में सबसे पहले सिवनी, मंडला या बालाघाट में बारिश होगी। वहीं यदि अरब सागर से मानसून की एंट्री होती है, तो सबसे पहले खंडवा, बुरहानपुर और इंदौर संभाग में बारिश होगी।
केरल में समया से पांच दिन पहले पहुंच रहा मानसून
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया, इस बार केरल में समय से पांच दिन पहले यानी 27 मई को मानसून आने की संभावना है। हालांकि, अभी कुछ कहना मुश्किल है। यदि सामान्य स्थितियां रहती हैं, तो मध्यप्रदेश में 15 से 20 जून तक मानसून एंट्री कर लेगा।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून की बारिश विंड पैटर्न पर भी निर्भर करती है। यदि नमी नहीं मिलती है, तो मानसून की रफ्तार कम हो जाती है और वह कहीं अटक जाता है। ऐसे में 4 से 5 दिन का अंतर भी हो सकता है। पिछले साल भी यही पैटर्न था।