उमा भारती ने कहा कि हम राजस्व कमाने के लिए शराब पिलाकर करोड़ों लोगों की जिंदगी से खेलते हैं, जबकि इधर कई हजार करोड़ रुपए घोटाले में गायब हो जाते हैं। इस विसंगति को ठीक करना ही हमारा राष्ट्रधर्म है।
मीडिया से चर्चा के बाद जारी बयान में उमा ने कहा कि चेकपोस्ट घोटाले की जांच में लगीं एजेंसियां दक्ष और निष्पक्ष हैं, किन्तु यह परीक्षा की घड़ी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पर विश्वास है कि वह इस चुनौती को भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने का एक अवसर समझेंगे तथा उनके यह आदर्श उदाहरण प्रस्तुत होगा। मुख्यमंत्री यादव ऐसा कर सकते हैं।
धीरेंद्र शास्त्री पर भड़कीं उमा भारती
एक अन्य सवाल पर उमा ने कहा, मुझे पता है कि बागेश्वर धाम ने बोला या नहीं, लेकिन कुंभ की भीड़ में कुचलकर मरना एवं उनके परिजन का कलपते रहना, बागेश्वर धाम जैसे महान संत की उनके प्रति संवेदना हो। हादसे की जांच चल रही है। जांच को सामने आने दीजिए।