ग्वालियर की आयुषी की देश में 7वीं रैंक
Ayushi bansal upse 7th rank: यूपीएससी रिजल्ट में ग्वालियर की रहने वाली आयुषी बंसल ने देशभर में 7वीं रैंक हासिल की है। देशभर में 7वीं रैंक के साथ आयुषी बंसल मध्यप्रदेश की नंबर वन टॉपर बन गई हैं। कानपुर आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर पहली बार में यूपीएससी दी और आईपीएस बन गई। उन्हें कर्नाटक कैडर मिला। इसके बाद आयुषी ने दोबारा तैयारी की और दूसरे प्रयास में आईपीएस बन गई थीं। फिर तैयारी की और अब आइएएस बनने जा रही हैं। आयुषी फिलहाल हैदराबाद में आईपीएस की ट्रेनिंग पर हैं। आयुषी का जन्म ग्वालियर में हुआ था और माता-पिता दोनों ही एलआईसी में जॉब करते थे। आयुषी जब 9 साल की थी, तब उसके पिता का निधन हो गया था।माधव अग्रवाल की 16वीं रैंक
Madhav Agrawal upse 16th rank: इधर, ग्वालियर के ही माधव अग्रवाल ने 16वीं रैंक हासिल की है। 2019 में उन्होंने सीएम टॉप किया था। माधव के पिता राकेश अग्रवाल चाय का व्यवसाय करते हैं। इस प्रकार ग्वालियर के ही माधव मध्यप्रदेश के दूसरे नंबर के टॉपर बन गए हैं।रीवा के रोमिल 27वीं रैंक पर
romil dwivedi upsc 27th rank: रीवा के रहने वाले रोमिल द्विवेदी भोपाल में रहते हैं और उनकी 27वीं रैंक आई है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट मंगलवार को जारी हुआ है। इसमें भोपाल के रोमिल द्विवेदी को 27वीं रैंक मिली है। रीवा के रहने वाले रोमिल के पिता भोपाल में सहकारिता विभाग के डिप्टी कमिश्नर केके द्विवेदी हैं। पिछले साल रोमिल का सिलेक्शन ऑल इंडिया रेवेन्यू सर्विस में हुआ था।ऋषभ जैन ने छोड़ दी थी नौकरी
rishabh chaudhari upse 28th rank: मंदसौर जिले के गरोठ के रहने वाले ऋषभ चौधरी ने 28वीं रैंक हासिल की है। ऋषभ ने यूपीएससी की तैयारी बगैर किसी कोचिंग ही की है। उन्होंने अपनी पहली पसंद इंडियन फारेन सर्विस को चुना। ऋषभ जर्मनी की एक बैंक में 17 लाख रुपए के पैकेज पर काम करते थे,लेकिन वो नौकरी उन्होंने 2022 में ही छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। ऋषभ के पिता का निधन कुछ समय पहले हो गया था। परिवार की जिम्मेदारी भी तभी से ऋषभ पर ही थी।23 साल की उम्र में UPSC क्लियर कर IPS बने आशीष रघुवंशी..
फरखंदा कुरैशी ने हासिल की 67वीं रैंक
Farkhanda Qureshi upse 67 rank: बालाघाट जिले की फरखंदा कुरैशी ने 67वीं रैंक हासिल की है। फरखंदा का यह चौथा प्रयास था। अब वो आइएएस आफिसर बन जाएगी। फरखंदा के पिता अब्दुल मलिक कुरैशी अधिवक्ता हैं। फरखंदा ने साल 2019 से यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी।IRS छोड़ी, अब क्षितिज बनेंगे IAS आफिसर
kshitij aditya sharma upsc 58th rank: भोपाल के क्षितिज आदित्य शर्मा ने यूपीएससी में 58वीं रैंक हासिल की। पिता विक्रमादित्य शर्मा वकील हैं और मां रानी गृहिणी हैं। भोपाल के कैंपियन स्कूल से 12वीं पास करने वाले क्षितिज ने हैदराबाद की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से एलएलबी किया है। क्षितिज का यह तीसरा प्रयास था। दूसरी बार में आईआरएस बने थे। उन्हें 384वीं रैंक मिली थी। अब 58वीं रैंक के साथ आइएएस आफिसर बनने वाले हैं।
पिता एसडीएम के रीडर, बेटा बनेगा IAS
Ashutosh Mishra upse 198th rank: इधर छतरपुर के आशुतोष मिश्रा ने 198 रैंक हासिल की है। आशुतोष ने हार नहीं मानी और छठे प्रयास में सफलता हासिल कर ली। आशुतोष के पिता प्रधान आरक्षक उमाशंकर मिश्रा हैं। एसडीएम साहब के रीडर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बेटे के चयन को ईश्वर की कृपा बताया।स्वर्णिम चौधरी को मिली 258वीं रैंक
Swarnim Chaudhary upse 258th rank: जबलपुर के लार्ड गंज में आज खुशी का माहौल है। यहां के स्वर्णिम चौधरी का भी चयन यूपीएससी में हो गया है। स्वर्णिम को 258 रैंक मिली है। उनका यूपीएससी क्लीयर करने का सपना पूरा हो गया।योगेश राजपूत की 540 वीं रैंक
Yogesh Rajpoot upse 540 rank: इंदौर के योगेश राजपूत ने भी 540वीं रैंक हासिल कर ली। योगेश ने यह चौथा प्रयास किया था। इससे पहले इंडियन पोस्टल सर्विस में भी उनका चयन हो गया था, लेकिन उनका लक्ष्य और आगे का था। एक सप्ताह पहले ही उन्होंने यूपीएससी का इंटरव्यू दिया था और मंगलवार को रिजल्ट ही आ गया।रतलाम के जावेद मेव को मिली 815वीं रैंक
javed mev upse 815 rank: इधर, रतलाम में जावेद मेव ने भी 815वीं रैंक हासिल की है। जावेद का 2023 में भी चयन हो गया था, तब उन्हें यूपीएससी की सीएपीएफ परीक्षा में असिस्टेंट कमांडेंट में चयन हो गया था। 7वें प्रयास में जावेद ने यूपीएससी परीक्षा क्लीयर कर ली।भितरवार की दिव्यांशी अग्रवाल को मिली 249 रैंक
Divyanshi Agrawal upse 249th rank: भितरवार की दिव्यांशी अग्रवाल को 249वीं रैंक हासिल हुई है। दिव्यांशी के पिता नरेंद्र अग्रवाल की किराने की दुकान है। मां रश्मि गृहिणी हैं। बचपन से ही दिव्यांशी ने मेहनत की और आज सफलता सामने हैं। दिव्यांशी ने मीडिया को बताया कि उसके माता-पिता हमेशा कहते थे कि काश मेरा कोई बच्चा आइएएस या आइपीएस होता। यही बात उसके दिल में उतर गई और जिद थी कि पिता का सपना मैं पूरा करूंगी।आगर के आयुष जैन को मिली 344वीं रैंक
Ayush Jain upse 344th rank: आगर के आयुष जैन को 344 वीं रैंक मिली है। तीसरे प्रयास में उन्हें यह सफलता मिली है। आयुष पहले तो यूपीएससी से डरते थे, लेकिन जब इसके होने वाले चयन और इसके कामकाज के बारे में जानकारी ली तब समझ में आया कि आगे क्या करना है।खुद की परीक्षा लेता था आशीष
Ashish Raghuwanshi upse 202th rank: अशोकनगर के आशीष रघुवंशी ने 202वीं रैंक हासिल की है। आशीष कहते हैं कि यूपीएससी के पूरे सिलेबस का अक्षरशः पालन किया। बार-बार पढ़ा और अन्य किताबों का भी सहारा लिया। खुद की परीक्षा लेता था और खुद को नंबर भी देता था। एआई और चेट जीपीटी से भी सवाल पूछता था और उसका जवाब जानना चाहता था।इस रैंक से मोनू बन जाएगा IPS
Monu Sharma Upse 359th Rank: इटारसी के गरीबी लाइन निवासी मोनू शर्मा ने 359 वी रैंक हासिल की है। मोनू कहते हैं कि उन्होंने बगैर किसी कोचिंग क्लास के खुद ही पढ़ाई की। मोनू के पिता निजी कंपनी में नौकरी करते हैं, वहीं मां गृहिणी हैं। मोनू कहते हैं कि मुझे जो रैंक मिली है, उससे आइपीएस बन जाउंगा। दो छोटी बहनें हैं,, उनमें से एक बहन एमपीपीएससी की तैयारी कर रही है।करैरा की कृतिका की तीसरे प्रयास में 400वीं रैंक
kritika nograia upse 400 rank: शिवपुरी जिले की करैरा की रहने वाली कृतिका नौगरेया ने 400वीं रैंक हासिल की है। कृतिका ने तीसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की है। वो चार वर्षों से दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रही थीं। कृतिका के पिताजी व्यापारी हैं और मां समाजसेविका हैं।गांव के लड़के ने भी मारी बाजी
Nitesh Dhakad upse 719th rank: शिवपुरी जिले के ही हिम्मतगढ़ गांव के एक किसान परिवार में जन्मे नीतेश धाकड़ ने भी अपने गांव का नाम रोशन कर दिया। नीतेश धाकड़ ने 719 वीं रैंक हासिल कर ग्रामीण युवाओं को भी प्रेरणा दी है।चंद्रयान 2 पर काम कर चुकी है आयुषी
Ayushi Malviya Upse 597th rank: नर्मदापुरम जिले की आयुषी मालवीय साइंटिस्ट है। वो चंद्रयान-2 के लिए इसरों की साइंटिस्ट है। आयुषी को चौथे प्रयास में 597वीं रैंक हासिल हुई है। रसूलिया स्थित चंदन नगर की रहने वाली आयुषी वर्तमान में इसरो अहमदाबाद में सीनियर साइंटिस्ट के पद पर पदस्थ हैं। छुट्टियों में वो यूपीएससी की पढ़ाई करती थी। आयुषी को आईआरएस मिलने की उम्मीद है।उज्जैन के प्रतीक बनेंगे IRS आफिसर
prateek sisodiya upse 753 rank: इधर, उज्जैन के प्रतीक सिसौदिया ने भी देशभर में 753 रैंक हासिल की है। प्रतीक सिसौदिया ने इस सफलता पर खुशी जाहिर की है। प्रतीक ग्रामीण परिवेश में पढ़े-लिखे हैं। प्रतीक अपने माता-पिता के साथ त्रिपति परसर नाना खेड़ा क्षेत्र में रहते हैं। प्रतीक के पिता कैलाश सिसौदिया पंचायत समन्वय अधिकारी हैं।यतीश ने चौथी बार में पाई सफलता
Yatish Agrawal upse 761th rank: धार जिले के यतीश अग्रवाल ने 761 वीं रैंक हासिल की है। इसके लिए उन्होंने जी-तोड़ मेहनत की। यतीश का यह चौथा प्रयास था। धामनोद से 12वीं तक पढ़ाई करने वाले यतीश ने आईआईटी दिल्ली से बीटेक किया है। फाइन आर्ट में भी वे मास्टर हैं। दो साल पहले हुई शादी के बाद उन्होंने एक बार फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू की, अब सफलता मिली।खंडवा की रूपल की 512वीं रैंक
खंडवा की रूपल जायसवाल भी किसी से कम नहीं है। उसे 512वीं रैंक प्राप्त हुई है। रूपल के पिता धनंजय जायसवाल इंजीनियर है। उसका सपना भी पूरा हो गया।इंदौर की खुशी कनेरिया की 453वीं रैंक
khushi kaneriya upse 453th rank: खुशी कनेरिया का भी सपना पूरा हो गया। उसे 453 रैंक मिली है। खुशी के पिता राकेश कनेरिया धार जिले के खनिज अधिकारी हैं। इससे पहले भी खुशी ने प्रयास किया था, तब 986वीं रैंक मिली थी।एमपी से चयनित युवाओं की पूरी लिस्ट
आयुषी बंसल 7वीं रैंकमाधव अग्रवाल 16वीं रैंक
रोमिल द्विवेदी 27वीं रैंक
ऋषभ चौधरी 28वीं रैंक
क्षितिज आदित्य शर्मा 58वीं रैंक
आशीष रघुवंशी 202वीं रैंक
दिव्यांशी अग्रवाल 249 रैंक
स्वर्णिम चौधरी 258 वीं रैंक
युगांश भटनागर 307वीं रैंक
आयुष जैन 344वीं रैंक
मोनू शर्मा 359वीं रैंक
शैलेंद्र अहिरवार 362वीं रैंक
मानव मोदी 388वीं रैंक
कृतिका नौगरेया 400वीं रैंक
सिन गोयल 420वीं रैंक
खुशी कनेरिया 453वीं रैंक
रामलखन गुर्जर 505वीं रैंक
रूपल जायसवाल 512वीं रैंक
योगेश राजपूत 540वीं रैंक
नीतेश धाकड़ 719वीं रैंक
प्रतीक सिसोदिया 753 रैंक
यतीश अग्रवाल 761वीं रैंक
देवांगी मीणा 764वीं रैंक
जावेद मेव 815वीं रैंक
अरुण मालवीय 893वीं रैंक