जबकि जिलाध्यक्ष के लिए अधिकतम आयु 60 वर्ष तय कर दी है। इससे बीकानेर जिले में भी कई मंडलों में अध्यक्ष पद के लिए दो से तीन नाम के बने पैनल को फिर से बनाया गया है।
इसी तरह प्रदेश में कई जिलाध्यक्षों के नाम के पैनल में 60 साल से अधिक होने पर उनकी जगह नया नाम शामिल करने के निर्देश मिले हैं।
आयु सीमा की बाध्यता की सख्ती से पालना
भाजपा संगठन चुनाव में मंडल अध्यक्षों के लिए संगठन चुनाव प्रभारियों ने बैठक कर दो से तीन नामों के पैनल बनाकर प्रदेश कमेटी को भेज दिए हैं। कुछ मंडलों में पैनल को पुन: बनाया गया है। इसकी वजह आयु सीमा की बाध्यता की सख्ती से पालना है।
पुराने नेताओं की मंशा पर फिर गया पानी
इसी तरह जिलाध्यक्ष के लिए भाग-दौड़ कर रहे कई पुराने नेताओं की मंशा पर भी पानी फिर गया है। इस बार जिलाध्यक्ष के लिए दो प्रमुख शर्तें संगठन ने तय कर रखी हैं। एक तो संगठन में काम करने का अनुभव होना जरूरी है। जिलाध्यक्ष के पैनल के लिए मांगे नाम
दूसरी आयु भी 60 साल से कम होनी चाहिए। आयु सीमा की बाध्यता से कई पुराने नेता दौड़ से बाहर हो गए हैं। हालांकि अभी जिलाध्यक्ष के पैनल बनाने के लिए विधायकों, सांसद, पुराने नेताओं और संगठन पदाधिकारियों से नाम मांगे गए हैं।
पैनल तैयार करने से पहले होगी मीटिंग!
जिला स्तर पर पैनल तैयार करने से पहले बैठकें भी की जा सकती हैं। बीकानेर में शहर और देहात जिलाध्यक्ष के दो पद हैं। देहात में मंडल अध्यक्ष के 27 और शहर में 10 पद हैं।